नई दिल्ली: उत्तर भारत में घने कोहरे का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार सुबह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर ऐसा ही एक भयावह दृश्य देखने को मिला, जब घने कोहरे के बीच एक के बाद एक करीब 25 गाड़ियां आपस में टकरा गईं। इस भीषण सड़क हादसे में अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि लगभग 25 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसे की खबर मिलते ही पुलिस और राहत दल मौके पर पहुंच गए और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। घटना सुबह करीब 6 बजे की बताई जा रही है, जब फरीदाबाद और पलवल के बीच एक्सप्रेसवे पर अचानक घना कोहरा छा गया। दृश्यता (विजिबिलिटी) इतनी कम थी कि ड्राइवरों को सामने कुछ भी नजर नहीं आ रहा था। इसी बीच एक ट्रक के अचानक ब्रेक लगाने से पीछे आ रही कार उससे जा टकराई, और फिर देखते ही देखते 25 से ज्यादा वाहन आपस में भिड़ गए।
वाहनों में ट्रक, कार, बसें और कुछ निजी गाड़ियां शामिल थीं।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कई गाड़ियां इतनी तेज रफ्तार में थीं कि उन्हें ब्रेक लगाने का मौका ही नहीं मिला। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। कई वाहन सड़कों पर फंस गए और कुछ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। आसपास के ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को पास के सरकारी अस्पताल और कुछ निजी अस्पतालों में भर्ती कराया।फरीदाबाद और पलवल प्रशासन ने मौके पर राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है। क्रेन और रेस्क्यू टीमों की मदद से सड़क से वाहनों को हटाया जा रहा है ताकि रास्ता फिर से चालू किया जा सके। सुबह से ही इस मार्ग पर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया है और वाहनों की कतारें कई किलोमीटर तक फैल गई हैं।
यह भी पढ़ें:खटीमा में युवक की हत्या से भड़का जनाक्रोश, हमलावर की दुकान जलाई, इलाके में धारा 163 लागू
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, हादसे की मुख्य वजह घना कोहरा और ओवरस्पीडिंग मानी जा रही है। मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी की थी कि सोमवार और मंगलवार को घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। इसके बावजूद, कई वाहन चालक तेज गति से वाहन चला रहे थे, जिसके कारण यह बड़ा हादसा हुआ।इस दिल दहला देने वाली दुर्घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर सर्दी के मौसम में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सड़क परिवहन विभाग कितनी तैयारी करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मौसम में स्पीड लिमिट को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए और वाहनों में एंटी-कोलिजन सिस्टम जैसी तकनीकें अनिवार्य की जानी चाहिए।
स्थानीय प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है, वहीं घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था की जा रही है। फिलहाल, पुलिस ने मामल़ा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हादसे के बाद एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है, लेकिन घटनास्थल पर अब भी मलबा साफ करने का काम जारी है।
