अल्मोड़ा: अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र में मिले 161 जेलेटिन ट्यूब के मामले में पुलिस ने एक और सफलता हासिल की है। इस मामले में पहले से गिरफ्तार आरोपी के बाद अब पुलिस ने वांछित अभियुक्त ललित सिंह पाटनी उर्फ लवी निवासी ग्राम एवं पोस्ट पाटी, थाना पाटी, जिला चंपावत को भिकियासैंण क्षेत्र से धर दबोचा है। कुछ समय पहले थाना सल्ट क्षेत्र में स्थित राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डभरा के पास झाड़ियों में खुले स्थान से 161 बेलनाकार जेलेटिन ट्यूब बरामद की गई थीं। मौके पर यह बरामदगी पुलिस के लिए चौंकाने वाली थी क्योंकि जेलेटिन ट्यूब का उपयोग आमतौर पर खनन, सड़क निर्माण या विस्फोटक गतिविधियों में किया जाता है। बिना अनुमति बड़ी मात्रा में इसका मिलना सुरक्षा के दृष्टिकोण से गंभीर माना गया।
बरामदगी के बाद पुलिस ने तत्काल जांच शुरू कर दी थी। इसी दौरान एक आरोपी प्रशांत कुमार बिष्ट को गिरफ्तार किया गया, जिसने पूछताछ में कुछ महत्वपूर्ण सुराग दिए। इसी आधार पर पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया और दूसरे मुख्य आरोपी ललित सिंह पाटनी तक पहुंच बनाई। एसएसपी अल्मोड़ा देवेंद्र पींचा ने इस मामले को गंभीर मानते हुए सभी संबंधित थानों को सतर्क रहने और अन्य संलिप्त व्यक्तियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। एसएसपी के निर्देश के बाद सल्ट थाने की पुलिस टीम ने लगातार रात्रि गश्त और गुप्त निगरानी बढ़ाई।भिकियासैंण क्षेत्र में पुलिस को आरोपी के मौजूद होने की सूचना मिली, जिसके बाद टीम ने दबिश दी और उसे गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि ललित सिंह पाटनी गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार स्थान बदल रहा था।
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पुलिस की मोबाइल सर्विलांस और स्थानीय मुखबिरों की मदद से अंततः उसे पकड़ लिया गया। पुलिस फिलहाल यह पता लगाने में जुटी है कि इतनी मात्रा में जेलेटिन ट्यूब कहां से आईं और इन्हें किस उद्देश्य से एकत्र किया गया था। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आ रही है कि आरोपी ने इन ट्यूबों को किसी निर्माण कार्य में उपयोग के बहाने प्राप्त किया था, लेकिन आवश्यक अनुमति या लाइसेंस उसके पास नहीं था।एसएसपी देवेंद्र पींचा ने कहा कि जेलेटिन ट्यूब जैसे विस्फोटक पदार्थों का बिना अनुमति कब्जा करना एक गंभीर अपराध है। इस मामले में पुलिस अपराधियों की पूरी शृंखला तक पहुंचने का प्रयास कर रही है ताकि ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता को परखा है। हालांकि पुलिस की त्वरित कार्रवाई से कानून व्यवस्था पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा, लेकिन इसने क्षेत्र में विस्फोटक सामग्री के अवैध उपयोग की संभावनाओं पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
ललित सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि अब पूरे नेटवर्क से संबंधित अन्य नामों का खुलासा होगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां संभव हैं। फिलहाल दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और जल्द ही इस पूरे प्रकरण का बड़ा खुलासा होने की संभावना है। पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि यदि कहीं भी संदिग्ध वस्तुएं या गतिविधियां दिखाई दें तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। आधुनिक समय में सुरक्षा केवल पुलिस की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का दायित्व बन चुकी है।सल्ट क्षेत्र की यह घटना दिखाती है कि समय रहते सतर्कता और पुलिस-पब्लिक सहयोग से किसी भी गंभीर स्थिति को टाला जा सकता है। पुलिस की यह सक्रियता न केवल एक बड़ी सफलता है, बल्कि आम जनता के विश्वास को भी मजबूत करती है।
