देहरादून: चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा को उत्तराखंड सरकार ने 5 सितंबर 2025 तक स्थगित कर दिया है, जिसकी मुख्य वजह लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन है. यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
यात्रा स्थगित होने के मुख्य कारण
प्रदेश में लगातार भारी बारिश के चलते कई जगहों पर भूस्खलन और मलबा आने की घटनाएं सामने आई हैं. मौसम विभाग ने रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है जिससे यात्रियों के मार्ग पर बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं. केदारनाथ हाईवे और अन्य तीर्थ स्थलों के मार्ग क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जिससे प्रशासन को यात्रा रोकने का फ़ैसला लेना पड़ा।
प्रशासन एवं सरकार की तैयारी
राज्य सरकार ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए सड़क मार्गों की निगरानी और बहाली के प्रयास तेज़ कर दिए हैं. गढ़वाल कमिश्नर और प्रशासन ने सलाह दी है कि कोई भी यात्री अगले निर्देशों तक यात्रा प्रारंभ न करे. स्कूल और अन्य जन सुविधा केंद्र भी एहतियातन बंद कर दिए गए हैं ताकि जान-माल की हानि रोकी जा सके।
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यात्रियों की स्थिति और चुनौतियाँ
भूस्खलन और बोल्डर गिरने की वजह से कई यात्री मार्गों में फंस गए थे, जिन्हें आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) ने सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया. प्रतिकूल मौसम की वजह से केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री और हेमकुंड साहिब के दरवाज़े फिलहाल बंद कर दिए गए हैं ताकि सुरक्षा जोखिम कम किया जा सके।
मुख्य धार्मिक स्थल और उनकी यात्रा
- केदारनाथ में हाईवे बाधित होने से छह घंटे यात्रा रोकी गई.
- यमुनोत्री हाईवे करीब 25 मीटर धंस जाने से दो दिन से बंद है.
- हेमकुंड साहिब के कपाट 10 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे, लेकिन फिलहाल यात्रा रुकी हुई है.
- तीर्थ यात्रियों को रुकने, खाने और रहने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है.
तीर्थ यात्रियों के लिए प्रशासन की सलाह
सरकार ने यात्रियों से अपील की है कि वे धैर्य एवं संयम बनाए रखें और प्रशासन द्वारा जारी परामर्श का पालन करें. मौसम सामान्य होने एवं मार्ग पूरी तरह सुरक्षित पाए जाने के उपरांत ही यात्रा पुनः प्रारंभ की जाएगी. यात्रा स्थगित होने से हजारों श्रद्धालुओं को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ेगा, लेकिन प्रशासन पूर्ण सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. स्थानीय पर्यटन व व्यापार पर भी इसका सीधा असर दिखेगा।
उत्तराखंड में आपदाओं के समय में सरकारी प्रयास और यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता है। चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा का स्थगित होना एक ज़रूरी कदम है जिससे हजारों लोगों की जान-माल की रक्षा हो सके. प्रशासन यात्रियों को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है और स्थिति सामान्य होने पर यात्रा पुनः शुरू की जाएगी।