नैनीताल: उत्तराखंड के नैनीताल शहर की शांत वादियां दशकों बाद सांप्रदायिक तनाव की चपेट में आ गई हैं. मामला बुधवार देर रात का है. गौरतलब है कि शहर में 12 साल की बच्ची से 76 साल के बुजुर्ग द्वारा लंबे समय से दुष्कर्म करने की घटना सामने आई है. इसके बाद लोग भड़क गए और देर रात जमकर हंगामा हुआ. आक्रोशित लोग सड़क पर उतर आए. आरोपी बुजुर्ग विशेष समुदाय का ठेकेदार है. आरोप है कि विशेष समुदाय का ठेकेदार पिछले 3 महीने से नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म कर रहा था।
आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और तत्काल कार्रवाई की मांग की. स्थिति कुछ देर के लिए पूरी तरह तनावपूर्ण हो गई. हालांकि पुलिस ने संयम बरतते हुए हालात को बिगड़ने से रोका. इस दौरान कुछ युवकों ने पुलिस बैरिकेड्स को हटाने की कोशिश की, जिसे समय रहते नियंत्रण में लिया गया. कुछ स्थानों पर हंगामा और नारेबाजी भी हुई. कोतवाली में तैनात अधिकारियों ने लोगों को समझाकर शांत कराया।
आरोपी 76 वर्षीय उस्मान पेशे से ठेकेदार है और नैनीताल में 50 वर्षों से अधिक समय से अपने परिवार के साथ रहता है. आरोपी नैनीताल लोक निर्माण विभाग समेत सभी सरकारी कार्यालयों में लाइसेंसधारी ठेकेदार है. बुधवार रात बवाल इतना बढ़ गया कि उग्र भीड़ ने गाड़ी पड़ाव स्थित दुकानों और रेस्टोरेंट में भी तोड़फोड़ की. वहीं, समुदाय विशेष के धार्मिक स्थल के आगे पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।
मिली जानकारी के मुताबिक,कुछ दिन तक और तनावपूर्ण माहौल रहा तो आगामी पूरा सीजन खतरे में पड़ जाएगा जिसका इंतजार यहां के पर्यटन कारोबारी साल भर से कर रहे थे। पर्यटन व्यवसायी राजकुमार गुप्ता ने बताया कि जो पर्यटक आज सुबह यहां पहुंचे थे वे भी यहां न ठहरकर अन्यत्र चले गए। नैनीताल की सड़कों पर सीजन के दौरान ऐसी सुनसानी कोरोना काल के बाद पहली बार नजर आई। झील में दिनभर नावें भी नहीं चलीं।
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