उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुआ बवाल अब बड़े पैमाने पर हिंसा में बदल चुका है. सोमवार सुबह से ही शहर के विभिन्न हिस्सों में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं. कई दुकानों, घरों, और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया है. इसके अलावा बाइक के एक शोरूम और एक निजी अस्पताल में भी आग लगा दी गई. जानकारी के अनुसार, चंदपैया और कबड़ियापुरवा गांवों में आगजनी की ज्यादा घटनाएं हुई हैं. यहां कई घरों को जलाया गया और वाहन भी नष्ट किए गए हैं।
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स्थिति को नियंत्रित करने बहराइच के लिए निकले अफसर
छह कंपनी पीएसी के साथ 4 एसपी रैंक के अफसर और दो एडिशनल एसपी, 6 सीओ, एक कंपनी आरएएफ को बहराइच भेज गया।
’30 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया’
उत्तर प्रदेश सीएमओ ने जानकारी दी है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गृह सचिव संजीव गुप्ता और एडीजी कानून व्यवस्था मौके पर पहुंचे हैं। 30 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया।
पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज किया
बहराइच में विरोध प्रदर्शन हिंसक होने पर पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया। महासी के महाराजगंज इलाके में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान गोली लगने से एक युवक की मौत पर लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
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सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसीएस होम और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर बहराइच पहुंच चुके हैं. स्थिति को काबू में करने के लिए पीएसी की 6 कंपनी तैनात की गई हैं. पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं. बहराइच के डीएम और पुलिस बल ने शहर में पैदल मार्च किया, जिससे तनावग्रस्त इलाकों में शांति बहाल करने की कोशिश की जा रही है. डीएम का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है. मृतक के परिजन पहले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे और सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन विधायक के आश्वासन के बाद अब अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गए हैं।
समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने इस घटना को दुखद बताया है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. वहीं, प्रियंका गांधी ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने जनता से कानून अपने हाथ में न लेने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
कौन था मृतक राम गोपाल?
वहीं, पुलिस के समझाने परमृतक राम गोपाल मिश्र के परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए और पार्थिव शरीर को ले गए.राम गोपाल मिश्रा बहराइच में घसियारीपुरा के मंसूर गांव का रहने वाला था. उसकी उम्र 22 वर्ष थी. रविवार को मां दुर्गा की मूर्ति को विसर्जन के लिए मंसूर गांव के महाराजगंज बाजार से ले जाया जा रहा था. इसी दौरान संगीत बजाने को लेकर हुए हिंसा भड़क गई और टकराव के दौरान गोली लगने से राम गोपाल की मौत हो गई. इस घटनाक्रम में जमकर पथराव और गोलीबारी हुई. करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए।
दो महीने पहले हुई थी राम गोपाल की शादी
हिंसा में जान गंवाने वाले राम गोपाल के परिवार में उसके माता-पिता और एक बड़ा भाई है . रामगोपाल घर का छोटा बेटा था. उसकी शादी 2 महीने पहले हुई थी. उसके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, फिलहाल परिवार मुख्यमंत्री से मुलाकात पर अड़ा हुआ है और आरोपियों का एनकाउंटर करने की मांग कर रहा है. क्षेत्रीय विधायक सुरेश्वर सिंह ने परिवारजनों से मुलाकात की और भरोसा दिलाया है कि मुख्यमंत्री से मुलाकात कराई जाएगी, दोषियों को बक्सा नहीं जाएगा. इसके बाद परिवार अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हो गया है।
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