नैनीताल: जनपद नैनीताल के हल्द्वानी शहर में मंगलवार को उस समय हड़कंप मच गया जब ऊंचापुल क्षेत्र में समाचार कवरेज के दौरान एक स्थानीय पत्रकार पर दबंगों ने जानलेवा हमला कर दिया। घायल पत्रकार दीपक अधिकारी को तुरंत कृष्णा हॉस्पिटल (नैनीताल रोड) में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार डॉक्टरों की निगरानी में जारी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, समाचार कवरेज के दौरान पहले हमलावरों और पत्रकार के बीच मामूली कहासुनी हुई, लेकिन देखते ही देखते विवाद हिंसक झड़प में बदल गया।मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि कवरेज कर रहे पत्रकार से अभद्र भाषा में बात की गई, जब उन्होंने इसका विरोध किया तो दबंगों ने उन पर हमला कर दिया। स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव कर किसी तरह घायल पत्रकार को अस्पताल पहुंचाया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने पीड़ित के बयान दर्ज कर लिए हैं और आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।इस घटना से हल्द्वानी और आसपास के क्षेत्रों के पत्रकारों में गहरा रोष व्याप्त है। स्थानीय पत्रकार संगठनों ने एकजुट होकर प्रशासन से आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पत्रकारों का कहना है कि लगातार बढ़ते ऐसे हमले यह दर्शाते हैं कि पत्रकारिता के क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति कितनी चिंताजनक होती जा रही है। मीडिया कर्मी जनता की आवाज़ उठाने और सच्चाई सामने लाने का काम करते हैं, लेकिन अगर उन पर ही हमले होने लगें तो लोकतंत्र की नींव हिल जाती है।पत्रकार संगठनों ने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और उस पर इस तरह के हमले केवल व्यक्ति पर नहीं बल्कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भी वार हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि सच्चाई दिखाने निकलने वाले पत्रकारों को अब अपनी सुरक्षा की चिंता करनी पड़ रही है।
कई वरिष्ठ पत्रकारों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो पत्रकार समुदाय बड़ा आंदोलन शुरू करेगा। उन्होंने मांग की है कि दोषियों के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।पत्रकार दीपक अधिकारी के साथी पत्रकारों और शुभचिंतकों का कहना है कि यह केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं बल्कि प्रदेश में सच्चाई बोलने की हिम्मत रखने वाले सभी पत्रकारों पर चोट है। उन्होंने प्रशासन से पत्रकारों की सुरक्षा के लिए ठोस नीति बनाने की मांग की है। फिलहाल पुलिस जांच जारी है और स्थानीय लोग उम्मीद लगा रहे हैं कि दोषियों को जल्द सज़ा मिलेगी।
