हल्द्वानी: जिला उद्योग केंद्र की ओर से आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में ऐपण कलाकारों को बाजार की मांग के अनुरूप नए डिजाइन बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य ऐपण कला को नया आयाम देना और कलाकारों की आय में वृद्धि करना है। राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) अहमदाबाद और इंवेस्ट इंडिया के सहयोग से आयोजित इस कार्यशाला में विशेषज्ञों ने ऐपण कलाकारों और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को डिजाइनिंग, मार्केटिंग और पैकेजिंग के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
एनआईडी की प्रशिक्षक ट्यूलिप सिन्हा ने बताया कि बाजार में ऐपण उत्पादों की मांग बढ़ाने के लिए नए और आकर्षक डिजाइन बनाना जरूरी है। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐपण के माध्यम से बच्चों के लिए कॉमिक्स, चिड़िया, वृक्ष आदि बनाए जा सकते हैं और इन्हें स्कूलों में बेचा जा सकता है।
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जीएम डीआईसी पल्लवी गुप्ता ने बताया कि इस कार्यशाला के माध्यम से ऐपण कलाकारों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यशालाओं से ऐपण कला का प्रचार-प्रसार होगा और कलाकारों की आय में भी इजाफा होगा।
कार्यशाला में दीपांगना, डॉ. सुरेश मठपाल, डॉ. दिव्या, डॉ. रित्विक दूबे, डॉ. सिद्धार्थ शर्मा आदि विशेषज्ञ मौजूद रहे। डीआईसी में आयोजित इस कार्यशाला ने ऐपण कलाकारों में नई उम्मीद जगाई है। कलाकारों को उम्मीद है कि इस प्रशिक्षण के बाद वे अपने उत्पादों को बेहतर तरीके से तैयार कर पाएंगे और बाजार में अपनी पहचान बना पाएंगे।
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