अल्मोड़ा: उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन पर गंभीर सवाल उठाए हैं। कर्नाटक का आरोप है कि अरबों रुपये की लागत से बनाई गई पेयजल लाइनें सिर्फ नाम की हैं और ग्रामीण क्षेत्रों के लोग आज भी स्वच्छ पेयजल के लिए तरस रहे हैं।
बिट्टू कर्नाटक ने कहा, “हर घर जल, हर घर नल का नारा सिर्फ एक नारा बनकर रह गया है। भ्रष्टाचार और लापरवाही के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के नलों से पानी की एक बूंद भी नहीं निकल रही है।” उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा के भैसियाछाना, हवालबाग और लमगड़ा जैसे विकास खंडों में स्थिति बेहद खराब है।
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि संबंधित विभाग ने सिर्फ लोहे के पाइप डालकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली है। उन्होंने कहा कि विभाग को शीघ्र ही इन योजनाओं का निरीक्षण करना चाहिए और हर घर में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करना चाहिए।
बिट्टू कर्नाटक ने चेतावनी दी कि अगर विभाग ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की तो वह विभाग के खिलाफ आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि वह विभाग में बैठे लापरवाह अधिकारियों की करतूतों को जनता के सामने लाएंगे। बिट्टू कर्नाटक के आरोपों से जल जीवन मिशन की सफलता पर सवाल खड़े हो गए हैं। यह मामला राज्य की राजनीति में गरमाने की संभावना है।
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जल जीवन मिशन क्या है? जल जीवन मिशन केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर में नल कनेक्शन के माध्यम से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाना है।
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