देहरादून। ठिठुरन भरी सर्दी के साथ देहरादून जिले में सोमवार को घने कोहरे ने जनजीवन की रफ्तार थाम दी। सुबह से ही शहर और आस-पास के इलाकों में इतनी घनी धुंध छाई रही कि दृश्यता बेहद कम हो गई। इसके चलते सड़क यातायात से लेकर हवाई सेवाएं बुरी तरह प्रभावित रहीं। आम जन को दफ्तर और स्कूल पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, वहीं देहरादून एयरपोर्ट पर उड़ानें रद्द या विलंबित करनी पड़ीं।सुबह आठ से दस बजे तक जॉली ग्रांट एयरपोर्ट पर दृश्यता 50 मीटर से नीचे पहुंच गई, जिसके चलते विमानों का संचालन असंभव हो गया। अहमदाबाद से देहरादून आने वाली इंडिगो फ्लाइट, दिल्ली से इंडिगो और जयपुर से इंडिगो की उड़ानें न तो एयरपोर्ट पहुंच सकीं और न ही समय पर रवाना हो पाईं। इसके अलावा एयर इंडिया की मुंबई से आने वाली फ्लाइट भी देहरादून नहीं पहुंच पाई। एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार, मौसम में सुधार होने तक सभी उड़ानों को या तो डायवर्ट किया गया या विलंबित रखा गया।
यात्रियों को एयरपोर्ट पर करना पड़ा लंबा इंतजार
कोहरे के कारण सुबह से ही एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़ उमड़ गई थी। कई लोग समय से पहले एयरपोर्ट पहुंच गए थे, लेकिन उड़ानों के रद्द या विलंबित होने की घोषणा के बाद उन्हें लंबे इंतजार का सामना करना पड़ा। दफ्तरों के काम पर जा रहे लोग और छुट्टियों के बाद घर लौटने वाले यात्री परेशान दिखाई दिए। कई यात्रियों ने शिकायत की कि एयरलाइन कंपनियों की ओर से समय पर जानकारी नहीं दी गई, जिससे दिक्कतें बढ़ीं। जॉली ग्रांट एयरपोर्ट के डायरेक्टर ने बताया कि घने कोहरे के चलते रविवार देर रात से ही दृश्यता बेहद कम थी। सुबह आठ से दस बजे के बीच मौसम सबसे खराब रहा। इस दौरान रनवे पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोई उड़ान परिचालन नहीं किया जा सका। दिन चढ़ने के साथ मौसम में हल्का सुधार देखा गया, लेकिन कोहरा दोपहर तक बना रहा।
सड़क यातायात पर भी असर
कोहरे का असर सिर्फ हवाई मार्ग तक सीमित नहीं रहा। देहरादून-हरिद्वार, देहरादून-ऋषिकेश और देहरादून-मसूरी मार्गों पर भी वाहनों की रफ्तार बेहद धीमी हो गई। चालकों को हेडलाइट और फॉग लैंप जलाकर गाड़ियों को सावधानीपूर्वक चलाना पड़ा। कई जगहों पर दृश्यता 20 से 30 मीटर तक घट जाने के कारण जाम जैसी स्थिति भी बन गई। राजधानी देहरादून के मुख्य चौराहों—आईएसबीटी, घंटाघर, बल्लूपुर—पर सुबह के समय ट्रैफिक पुलिस को वाहनों की सुचारु निकासी के लिए अतिरिक्त तैनाती करनी पड़ी।
स्वास्थ्य और दैनिक जीवन पर प्रभाव
सिर्फ आवागमन ही नहीं, ठंड और कोहरे के कारण मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। दून अस्पताल और कोरोनेशन अस्पताल में सर्दी-जुकाम, खांसी, अस्थमा तथा हृदय रोगियों की संख्या पिछले कुछ दिनों में बढ़ी है। डॉक्टरों ने खासकर बुजुर्गों, बच्चों और अस्थमा रोगियों को सुबह के समय बाहर निकलने से बचने और पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी है।वहीं, स्कूली बच्चों को ठंड से बचाने के लिए देहरादून जिला प्रशासन ने कई स्कूलों में सुबह की पाली अस्थायी रूप से स्थगित करने या समय आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। नगरपालिका क्षेत्रों में भी सुबह सफाई और जलापूर्ति कार्यों पर असर देखने को मिला।
यह भी पढ़ें:उत्तराखंड में ठिठुरन बढ़ी, घने कोहरे ने थाम दी रफ्तार, छह जिलों में ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने किया अलर्ट जारी
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार, आने वाले दो-तीन दिनों तक पश्चिमी विक्षोभ के असर से राजधानी और तराई वाले इलाकों में कोहरे की तीव्रता बनी रह सकती है। विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक, रात के समय तापमान में गिरावट और नमी बढ़ने से कोहरा और घना होने की संभावना है। इससे दृश्यता में और कमी आ सकती है तथा यातायात प्रभावित रह सकता है।विभाग ने लोगों से अपील की है कि आवश्यक कार्यों के अलावा सुबह और देर रात यात्रा से बचें तथा वाहन चलाते समय गति सीमित रखें। साथ ही, एयरपोर्ट और रेलवे यात्रा से पहले प्रस्थान की अद्यतन जानकारी अवश्य प्राप्त करें। देहरादून समेत पूरे उत्तराखंड में सर्दियों के इस मौसम में कोहरा आम बात है, लेकिन इस बार इसकी तीव्रता ने लोगों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त कर दी है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक राहत के आसार कम बताए हैं। ऐसे में जनसुरक्षा और स्वास्थ्य के लिहाज से सावधानी बरतना सभी के लिए सबसे जरूरी है।
