गोवा अग्निकांड: गोवा की रंगीन रातें और सैलानियों से गुलजार बीच शनिवार की रात मातम में बदल गईं, जब एक मशहूर नाइट क्लब में अचानक लगी भीषण आग ने कई जिंदगियां ले लीं। बॉलीवुड बैंगर नाइट के नाम से आयोजित इस पार्टी में देशभर से सैकड़ों लोग शामिल हुए थे। लेकिन कुछ ही पल में म्यूजिक और रोशनी का यह महोत्सव चीख-पुकार और धुएं में तब्दील हो गया। इस हादसे में उत्तराखंड के एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत की खबर ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है।
जानकारी के अनुसार, यह परिवार देहरादून जिले का रहने वाला था और छुट्टियां मनाने के लिए गोवा गया था। सप्ताहांत की इस पार्टी में शामिल होने वे बड़े उत्साह से पहुंचे थे। लेकिन किसे पता था कि यह रात उनकी जिंदगी की आखिरी रात बन जाएगी। बताया जा रहा है कि क्लब में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई, जो देखते ही देखते मंच और पूरे हॉल में फैल गई। अफरा-तफरी में लोग बाहर निकलने की कोशिश में एक-दूसरे को धक्का देने लगे, जिससे हालात और भयावह हो गए।स्थानीय पुलिस व दमकल विभाग को जब तक सूचना मिली, तब तक आग भयंकर रूप ले चुकी थी।
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आग पर काबू पाने में करीब दो घंटे से ज्यादा का समय लगा। हादसे में कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। उत्तराखंड निवासी परिवार के चारों सदस्यों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। प्रशासन ने मृतकों की पहचान कर परिजनों को सूचित कर दिया है। जैसे ही यह खबर उत्तराखंड पहुंची, पूरे इलाके में मातम छा गया। स्थानीय लोगों और रिश्तेदारों की आंखें नम हो गईं। गांव में माहौल शोकाकुल है। प्रशासन की ओर से परिवार को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया गया है। राज्य सरकार ने भी पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों के पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द उत्तराखंड लाने की व्यवस्था की है।
यह हादसा एक बार फिर सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल उठाता है। बताया जा रहा है कि क्लब में आग से सुरक्षा उपकरण ठीक हालत में नहीं थे और आपातकालीन निकास दरवाजे भी आंशिक रूप से बंद थे। गोवा पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और क्लब संचालक सहित कई कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है।उत्तराखंड में लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। सोशल मीडिया पर भी हादसे को लेकर शोक संदेशों और सवालों की बाढ़ आ गई है। लोगों का कहना है कि ऐसे हादसे केवल लापरवाही और मुनाफे के लालच से ही होते हैं।बीते शनिवार की यह रात एक सबक भी छोड़ गई — कि जीवन की चकाचौंध के बीच सुरक्षा की अनदेखी कितनी भयावह हो सकती है। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या इस दर्दनाक घटना से प्रशासन और समाज कोई सीख ले पाएगा या नहीं।
