नैनीताल: उत्तराखंड के मशहूर पर्यटन स्थल नैनीताल में मंगलवार देर रात एक दर्दनाक और रहस्यमय घटना सामने आई। रुद्रपुर से नैनीताल घूमने आए 12वीं कक्षा के छात्र के चीना पीक में अचानक गुम होने से हड़कंप मच गया। रातभर पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें घने जंगलों में तलाशी अभियान चलाती रहीं, लेकिन बुधवार सुबह तक छात्र का कोई सुराग नहीं मिला। मिली जानकारी के मुताबिक रुद्रपुर निवासी 17 वर्षीय छात्र अपने पांच दोस्तों के साथ नैनीताल घूमने आया था। दिनभर उन्होंने मॉल रोड और झील का आनंद लिया। शाम के वक्त साथियों ने फैसला किया कि वे नैनीताल की सबसे ऊंची चोटी चीना पीक तक ट्रैकिंग करेंगे। सभी उत्साह के साथ ऊंचाई की ओर बढ़े, लेकिन अंधेरा बढ़ने के साथ हालात बिगड़ने लगे। बताया जा रहा है कि समूह के सदस्य अलग-अलग रास्तों पर बिखर गए। इसी दौरान उक्त छात्र अपने साथियों से अलग होकर कहीं गुम हो गया।
दोस्तों ने काफी देर तक आसपास तलाश की, मोबाइल फोन से संपर्क करने की कोशिश भी की, लेकिन नेटवर्क न होने के कारण संपर्क नहीं हो सका। डर और चिंता के बीच उन्होंने देर रात नैनीताल थाना पुलिस को सूचना दी।सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू दल ने टॉर्च और सर्च लाइट की मदद से पूरे इलाके में छात्र की तलाश शुरू कर दी। रात का समय होने और पहाड़ी क्षेत्र में घना जंगल होने के कारण सर्च ऑपरेशन में काफी मुश्किलें आईं। टीमों को जंगली जानवरों की आवाजें और फिसलन भरे रास्तों का भी सामना करना पड़ा।नैनीताल कोतवाली पुलिस के अनुसार, बुधवार सुबह से सर्च अभियान को और तेज किया गया है। डॉग स्क्वॉड और ड्रोन की मदद से इलाके की तलाशी ली जा रही है। वहीं, प्रशासन ने यह भी संभावना जताई है कि छात्र रास्ता भटक गया होगा या किसी जगह पर फिसल कर गिर गया हो सकता है।
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पुलिस अधिकारी ने बताया कि टीमों को संभावित ट्रैक रूट और आसपास के खतरनाक मोड़ों की जानकारी दी गई है। एसडीआरएफ के जवानों ने सुबह फिर से रेस्क्यू अभियान शुरू किया और चीना पीक क्षेत्र के घने जंगलों में गश्त बढ़ा दी है।उधर, छात्र के गुम होने की खबर से परिवार में मातम पसरा हुआ है। रुद्रपुर में परिजनों को जैसे ही घटना की जानकारी मिली, घर में कोहराम मच गया। सुबह परिवार के सदस्य नैनीताल पहुंच गए हैं और लगातार अपने बेटे के सकुशल मिलने की दुआ कर रहे हैं।स्थानीय लोगों ने भी पुलिस और रेस्क्यू टीमों की मदद में सहयोग किया। कुछ युवकों ने रात में ही टॉर्च लेकर सर्च अभियान में हिस्सा लिया। उनका कहना है कि चीना पीक इलाके में कई जगहों पर मोबाइल नेटवर्क का बेहद कमजोर सिग्नल है, जिससे संपर्क करना मुश्किल हो जाता है। कई बार पर्यटक बिना गाइड के चले जाते हैं, जिससे गुम होने के मामले बढ़ जाते हैं।
नैनीताल प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि वे ऊंचे और वन्य क्षेत्र में ट्रैकिंग पर जाते समय हमेशा गाइड की सहायता लें और समूह से अलग न हों। साथ ही सुरक्षाबलों को इस तरह के इलाकों में साइन बोर्ड और चेतावनी संकेत बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।चीना पीक नैनीताल का सबसे ऊंचा स्थान है, जहां से पूरी झील नगरी का विहंगम दृश्य दिखाई देता है। यहां पहुंचने के लिए मुख्य बाजार से लगभग 5 किलोमीटर का पैदल रास्ता तय करना पड़ता है। ट्रैकिंग पथ के कुछ हिस्से घने जंगल से होकर गुजरते हैं जो रात के समय बेहद खतरनाक माने जाते हैं।फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है और प्रशासन ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही छात्र का सुराग मिल जाएगा। पूरी नैनीताल झील नगरी दुआ कर रही है कि युवक सकुशल मिल जाए।
