हर साल 19 नवंबर को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस (International Men’s Day) मनाया जाता है।। यह दिन पुरुषों के योगदान, स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है। यह दिन उन पुरुषों को सम्मान देने का अवसर है जो परिवार, समाज, और राष्ट्र के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं। साथ ही यह पुरुषों की सेहत, मानसिक स्थिति और सामाजिक चुनौतियों पर बातचीत को भी बढ़ावा देता है।
अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस क्यों मनाया जाता है?
अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस का आरंभ 1999 में किया गया था। इस दिवस का उद्देश्य है—
- पुरुषों की स्वास्थ्य समस्याओं पर ध्यान देना
- अच्छे और सकारात्मक पुरुष रोल मॉडल को प्रोत्साहित करना
- परिवार और समाज में पुरुषों की भूमिका को सराहना
- लैंगिक समानता (Gender Equality) को मजबूत बनाना
- पुरुषों पर सामाजिक दबाव और मानसिक तनाव के बारे में जागरूकता फैलाना
आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में पुरुषों पर नौकरी, परिवार और समाज की अपेक्षाओं का काफी बोझ रहता है। कई पुरुष मानसिक तनाव झेलते हैं लेकिन खुलकर बात नहीं कर पाते। यह दिन उन्हें अपनी भावनाएँ व्यक्त करने और सम्मानित महसूस करने का मौका देता है।
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अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस 2025 की थीम
इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस की थीम है: “Celebrating Men and Boys” यानी पुरुषों और लड़कों की उपलब्धियों, योगदान और सकारात्मक भूमिका का उत्सव।
इस थीम का लक्ष्य हर उम्र और हर भूमिका—जैसे पिता, भाई, पति, दोस्त, मेंटर, शिक्षक, या हेल्थ वर्कर—में पुरुषों को सम्मान देना है।
अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस हमें याद दिलाता है कि पुरुष सिर्फ आर्थिक जिम्मेदारियाँ ही नहीं निभाते—वे परिवार, समाज और देश की मज़बूत नींव होते हैं।
लैंगिक समानता तभी संभव है जब समाज पुरुष और महिला, दोनों के योगदान को बराबर सम्मान दे।
मुख्य उद्देश्य और महत्व
सम्मान और सराहना: परिवार, समाज और रिश्तों में पुरुषों की अहम भूमिका को सम्मान देना।
जागरूकता बढ़ाना: पुरुषों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, जेंडर इक्विटी और उनकी जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करना।
चुनौतियाँ: इस बात को स्वीकार करना कि पुरुष भी कई तरह के दबावों (शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक तनाव, सामाजिक उम्मीदें) से गुज़रते हैं।
संदेश: सभी के लिए समानता और सम्मान सुनिश्चित करना, ताकि पुरुषों को भी एक संतुलित और सहयोगी माहौल मिल सके।
इतिहास की एक झलक:-
उत्पत्ति:- इस दिवस का विचार सबसे पहले 1999 में वेस्टइंडीज के प्रोफेसर डॉ. जेरोम टीलक्सिंग ने रखा था।
प्रेरणा: उन्होंने यह दिन अपने पिता के जन्मदिन से प्रेरित होकर चुना और इसका उद्देश्य पुरुषों के कल्याण पर बातचीत शुरू करना था।
भारत में: भारत में इस दिन को औपचारिक रूप से मनाया जाना 2007 के बाद तेज़ी से बढ़ा है।
शुभकामनाएं और विशेष संदेश
यह दिन आपके पिता, भाई, पति, दोस्त, या किसी भी ‘बेस्ट मैन’ को यह महसूस कराने का मौका है कि उनका होना आपके जीवन में कितना मायने रखता है।
कुछ Heartfelt Wishes:
- “घर की हर मुस्कान के पीछे एक पुरुष की थकान छुपी होती है—आज उसी थकान को सम्मान देने का दिन है। Happy Men’s Day!”
- “जो खुद टूटकर भी अपने परिवार को संभाल ले, वही असली मर्द है—आप जैसे पुरुष को दिल से सम्मान। शुभकामनाएं!”
- “आपकी उपस्थिति घर को घर बनाती है… आपका प्यार रिश्तों को मायने देता है—Men’s Day की हार्दिक शुभकामनाएं।”
- “मर्द वो है जो सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि अपने पूरे परिवार के सपनों के लिए मेहनत करता है—Happy Men’s Day!”
