सऊदी अरब: सऊदी अरब से एक दर्दनाक खबर आई है। मदीना के पास हुए एक भीषण सड़क हादसे में 40 से अधिक भारतीयों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। हादसा उस समय हुआ जब उमराह के लिए गए भारतीय यात्रियों को लेकर जा रही एक बस तेल से भरे टैंकर से टकरा गई। टक्कर के तुरंत बाद बस में भयानक आग लग गई, जिससे ज्यादातर यात्री बाहर निकल नहीं पाए।स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह हादसा रविवार देर रात मदीना और मक्का के बीच स्थित अल-खलास गांव के पास हुआ। बस में करीब 50 उमराह यात्री सवार थे, जिनमें ज्यादातर भारतीय मूल के बताए जा रहे हैं। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। आग इतनी तेज थी कि राहतकर्मियों को आग बुझाने में कई घंटे लग गए।
कई यात्रियों की मौके पर ही मौत
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस और टैंकर की टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों वाहनों में भीषण आग लग गई। हादसे के बाद कई लोगों की मौके पर ही जलकर मौत हो गई। स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य के लिए तुरंत फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस की टीमों को मौके पर भेजा। आग पर काबू पाने के बाद टीमों ने बस के मलबे से शवों को बाहर निकाला।अब तक 40 से अधिक शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि कुछ यात्रियों को गंभीर स्थिति में अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। सऊदी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हादसे में बचने वाले घायलों का इलाज मदीना के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है।
मारे गए लोगों में कई हैदराबादी यात्री
भारतीय दूतावास के सूत्रों के मुताबिक, मारे गए और घायल हुए यात्रियों में ज्यादातर तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के निवासी हैं। इनमें से कई लोगों ने हाल ही में उमराह यात्रा के लिए सऊदी अरब का रुख किया था। फिलहाल, भारतीय दूतावास ने स्थानीय प्रशासन से सम्पर्क साध लिया है और मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए एक हेल्पलाइन भी जारी की है, ताकि उनके परिजन संपर्क कर सकें। सऊदी अधिकारियों के सहयोग से मृतकों के शवों की पहचान और स्वदेश लाने की प्रक्रिया जल्द शुरू होने की उम्मीद है।
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प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री ने जताया शोक
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भीषण दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “सऊदी अरब में हुए इस हादसे से मन व्यथित है। प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। सरकार हर संभव सहायता उपलब्ध कराएगी।”वहीं, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सऊदी अधिकारियों से संपर्क कर स्थिति की जानकारी ली है। उन्होंने कहा कि भारतीय दूतावास लगातार घटनास्थल पर नजर बनाए हुए है और जरूरतमंदों की हर संभव मदद की जा रही है।
सोशल मीडिया पर शोक की लहर
दुर्घटना की खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर शोक की लहर दौड़ गई। कई नेताओं, धार्मिक संगठनों और एनआरआई समुदायों ने हादसे पर दुख प्रकट करते हुए पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना की है। भारतीय समुदाय के कई स्वयंसेवक अस्पतालों में घायलों की मदद कर रहे हैं।
बार-बार दोहराई जा रही है ऐसी लापरवाही
सऊदी अरब में उमराह और हज सीज़न के दौरान सड़कों पर यात्रियों की संख्या हजारों में होती है। ऐसे में बस ड्राइवरों के ओवरस्पीड और थकान के कारण हादसों की संभावना बढ़ जाती है। पिछले कुछ वर्षों में यह तीसरा ऐसा बड़ा हादसा है जब तीर्थयात्रियों की जान इस तरह सड़क दुर्घटना में गई हो।स्थानीय सूत्रों का कहना है कि हादसे की प्रारंभिक जांच में ब्रेक फेल और चालक की लापरवाही की आशंका जताई जा रही है। हादसे के बाद दोनों वाहनों के अवशेष जब्त कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
परिजनों में कोहराम, सरकार से मदद की गुहार
भारत में मृतकों और घायलों के परिजनों के घर मातम पसरा हुआ है। परिजन लगातार सऊदी अरब से संपर्क करने की कोशिश में हैं। हैदराबाद से लेकर केरल और बिहार तक कई परिवारों ने अपने प्रियजनों से संपर्क टूटने की सूचना दी है। सरकार से अपील की जा रही है कि शवों को जल्द से जल्द भारत लाया जाए और आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
