बागेश्वर: रविवार दोपहर जिले में भूकंप के झटकों ने लोगों को कुछ देर के लिए दहशत में डाल दिया। हालांकि राहत की बात यह रही कि इस भूकंप से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। दोपहर करीब 2 बजकर 40 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.6 मापी गई। जिला आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार इसका केंद्र कपकोट क्षेत्र के सलिंग गांव के पास स्थित था, जिसकी गहराई लगभग 10 किलोमीटर दर्ज की गई।जानकारी के अनुसार, जैसे ही धरती हिली, लोगों ने घरों और दुकानों से बाहर निकलकर खुले स्थानों की ओर रुख किया। कई क्षेत्रों में लोगों ने झटके महसूस होते ही बिजली के खंभों और पेड़ों से दूरी बना ली। लगभग 10–15 सेकंड तक धरती की हल्की कंपकंपी महसूस की गई।
ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ नगर क्षेत्र के कुछ हिस्सों में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए।भूकंप का केंद्र बिंदु सलिंग गांव बताया गया है, जो कपकोट तहसील के अंतर्गत आता है। आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी ने बताया कि भूकंप का अक्षांश 30.02 उत्तर और देशांतर 79.95 पूर्व दर्ज किया गया। प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार यह एक हल्का भूकंप था, जिसका असर केवल आस-पास के इलाकों में सीमित रहा। फिर भी एहतियातन विभाग की ओर से निगरानी बढ़ा दी गई है और क्षेत्र में स्थिति सामान्य बताई गई है।गांव के लोगों ने बताया कि दोपहर के समय अचानक झटके महसूस होने पर वे घरों से बाहर निकल आए। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि पहले तो लगा कोई भारी वाहन गुजर रहा है, मगर जब दीवारें और बर्तन हिलने लगे, तो समझ में आया कि भूकंप आया है। थोड़ी देर बाद सब कुछ सामान्य हो गया, लेकिन लोग कुछ देर तक सतर्क रहे।
यह भी पढ़ें: गढ़वाली में गूंजे पीएम मोदी: बोले– 2047 तक विकसित भारत के लिए तैयार है देवभूमि
भूगर्भीय विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तराखंड भूकंपीय दृष्टि से बहुत संवेदनशील क्षेत्र है। राज्य का अधिकांश भाग ज़ोन 4 और 5 में आता है, जो उच्च भूकंपीय जोन माने जाते हैं। इसलिए हल्के झटके यहां सामान्य बात माने जाते हैं, लेकिन इनका मतलब यह भी है कि भविष्य में बड़ी गतिविधियों के प्रति सतर्क रहना आवश्यक है। विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से दूर रहें और भूकंप जैसी आपदा की स्थिति में सुरक्षा उपायों को याद रखें।जिला प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि किसी भी प्रकार की नुकसान की जानकारी या असामान्य स्थिति सामने आने पर तुरंत स्थानीय प्रशासन या आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष को सूचित करें। फिलहाल स्थिति पूरी तरह से सामान्य है, और कहीं से कोई नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है।
