चौखुटिया: अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया क्षेत्र में लंबे समय से चल रहे स्वास्थ्य सेवाओं के आंदोलन को आंशिक सफलता मिल गई है। क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) को आखिरकार सरकार ने उप-चिकित्सालय (Sub-District Hospital) का दर्जा प्रदान कर दिया है। हालांकि इसे आंदोलन की पहली उपलब्धि मानते हुए भी स्थानीय जनता और आंदोलनकारी साफ कह रहे हैं कि यह लड़ाई यहीं खत्म नहीं होती — “ऑपरेशन स्वास्थ्य “अब और ज्यादा मजबूती से आगे बढ़ेगा।
चौखुटिया में पिछले कई महीनों से स्थानीय लोगों, व्यापारियों, छात्रों और सामाजिक संगठनों ने मिलकर अस्पताल की सुविधाओं को लेकर आंदोलन छेड़ा हुआ था। क्षेत्र में डॉक्टरों की कमी, प्रसव सुविधाओं का अभाव, और विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती न होने को लेकर मजबूर जनता ने “ऑपरेशन स्वास्थ्य” अभियान के नाम से जनजागरण कार्यक्रम शुरू किया था। इस अभियान ने धीरे-धीरे जनआंदोलन का रूप ले लिया, जिसके दबाव में प्रशासन को कदम उठाने पड़े।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, अब चौखुटिया CHC को उप-चिकित्सालय का दर्जा मिल गया है, जिससे यहां जल्दी ही अधिक डॉक्टरों की पोस्टिंग, नई मशीनों की व्यवस्था और अत्याधुनिक उपचार सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही, 24 घंटे इमरजेंसी सुविधा, विशेष मातृत्व वार्ड और डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। यह कदम क्षेत्र के हजारों लोगों को राहत देने वाला साबित हो सकता है।
हालांकि आंदोलनकारियों का कहना है कि यह शुरुआत मात्र है। क्षेत्र के युवा नेता और आंदोलन संचालक अनिल जोशी ने कहा, सरकार ने हमारी मांगों की दिशा में कदम जरूर बढ़ाया है, लेकिन जब तक उप-चिकित्सालय वास्तव में डॉक्टरों, उपकरणों और कर्मियों से पूरी तरह सुसज्जित नहीं हो जाता, तब तक ‘ऑपरेशन स्वास्थ्य’ बंद नहीं होगा।” स्थानीय महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने भी कहा कि अब उम्मीद की एक किरण जगी है, पर असली परिवर्तन जमीनी स्तर पर दिखाई देना चाहिए।
चौखुटिया जैसे पहाड़ी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी पहले से ही एक बड़ी चुनौती रही है। आसपास के गांवों के लोगों को छोटी-छोटी बीमारियों में भी रानीखेत या हल्द्वानी तक जाना पड़ता था। अब उप-चिकित्सालय बनने से इस समस्या का बड़ा समाधान हो सकता है। स्थानीय प्रतिनिधियों ने भी जनता को आश्वासन दिया है कि नई व्यवस्था के बाद क्षेत्रीय स्वास्थ्य संरचना में वास्तविक सुधार देखने को मिलेगा।
जनता की इस सामूहिक एकजुटता ने न केवल चौखुटिया बल्कि पूरे कुमाऊँ क्षेत्र में एक संदेश दिया है कि यदि जनहित के मुद्दों पर लोग संगठित होकर आवाज़ उठाएं, तो प्रशासन को झुकना ही पड़ता है। आंदोलनकारियों ने कहा कि “ऑपरेशन स्वास्थ्य” की यात्रा अब प्रदेश भर में ग्रामीण स्वास्थ्य सुधार का प्रतीक बनेगी।