उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए अपराधियों को कड़ा संदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर किसी को “यमराज के दर्शन” करने की इच्छा है, तो वह किसी बेटी को छेड़ने की कोशिश करे — फिर उसकी नियति तय है। उनकी यह चेतावनी न केवल अपराधियों के लिए धमकी के रूप में गूंज रही है, बल्कि समाज को यह संदेश भी दे रही है कि प्रदेश में कानून का राज सर्वोपरि है।
योगी आदित्यनाथ अपने तीखे शब्दों और स्पष्ट विचारों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने हमेशा कहा है कि उत्तर प्रदेश की हर बेटी सुरक्षित महसूस करे, यही सरकार की जिम्मेदारी है। बीते कुछ वर्षों में “एंटी रोमियो स्क्वॉड” जैसे अभियानों के जरिए प्रदेश पुलिस ने ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है जो महिलाओं को परेशान करते हैं। मुख्यमंत्री की यह ताज़ा टिप्पणी उसी नीति की पुनर्पुष्टि करती है कि महिलाओं के सम्मान से खिलवाड़ करने वालों के लिए यूपी में कोई जगह नहीं है।
उन्होंने कहा कि जो लोग हमारी बेटियों पर गलत नजर डालते हैं, वे यह याद रखें कि योगी सरकार किसी भी तरह की छेड़खानी या उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं करेगी। इस चेतावनी का आशय साफ है— राज्य सरकार अपराधियों को कानून के शिकंजे में लाने में कोई ढिलाई नहीं बरतेगी। हाल के महीनों में महिला सुरक्षा से जुड़ी घटनाओं पर तेज प्रतिक्रिया और त्वरित कार्रवाई से सरकार की प्राथमिकता साफ झलकती है।
यह भी पढ़ें:फोटो प्रतियोगिता 2025: उत्तराखंड पर्यटन दे रहा है मौका, अपनी तस्वीरों से जीतिए ₹50,000 तक
सीएम योगी का यह बयान महिलाओं के प्रति सम्मान और सुरक्षा के मुद्दे पर समाज को जागरूक करने वाला भी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपनी बेटियों और बहनों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी निभाएं और समाज में ऐसा माहौल बनाएं, जिसमें कोई भी व्यक्ति महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुँचाने की हिम्मत न करे।
इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचल रही। समर्थकों ने इसे अपराधियों के खिलाफ सरकार की “जीरो टॉलरेंस पॉलिसी” का प्रमाण बताया है, जबकि विपक्ष इसे मात्र बयानबाजी कहकर आलोचना कर रहा है। लेकिन आम जनता में यह कथन तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, और बहुत से लोग योगी की इस सख्त शैली की सराहना कर रहे हैं।
महिला सुरक्षा के मुद्दे पर मुख्यमंत्री का यह रुख बताता है कि यूपी सरकार न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि महिलाओं को सशक्त और निडर बनाने की दिशा में भी कदम बढ़ा रही है। इसीलिए योगी का यह बयान एक चेतावनी नहीं, बल्कि सामाजिक संदेश है — कि बेटियों का सम्मान ही संस्कार है, और उसका उल्लंघन करने वाला अब उत्तर प्रदेश की जेल में नहीं, सीधे यमराज के दरबार में पहुंचेगा।