रानीखेत: ताड़ीखेत क्षेत्र में शनिवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। रानीखेत से ताड़ीखेत की ओर जा रही एक कार (संख्या यूके 18-4995) हाईडिल के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में 85 वर्षीय बुजुर्ग कुशल सिंह रौतेला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे की खबर मिलते ही आसपास के लोग घटनास्थल पर जुटे और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
हादसे की विस्तृत जानकारी
प्राप्त जानकारी के अनुसार कार को ग्राम ऐराड़ी निवासी लाखन सिंह बिष्ट पुत्र रतन सिंह बिष्ट चला रहे थे। उनके साथ अनुराधा बिष्ट (42) पत्नी कुलदीप बिष्ट, निवासी गनियाद्योली और करन राजौरिया भी सवार थे। जब कार हाईडिल क्षेत्र के पास पहुंची तो अचानक वाहन का नियंत्रण बिगड़ गया। चालक लाखन सिंह बिष्ट के अनुसार, कार का स्टीयरिंग अचानक लॉक हो गया और ब्रेक भी जवाब दे गए। ऐसे में वाहन पर नियंत्रण पाना असंभव हो गया और कार सीधी गहरी खाई में जा समाई।
हादसे में 85 वर्षीय कुशल सिंह रौतेला की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं कार में मौजूद अनुराधा बिष्ट को गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से उन्हें तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए पास के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए उन्हें उप जिला चिकित्सालय रानीखेत रेफर कर दिया। दूसरी ओर करन राजौरिया को भी हल्की चोटें आई हैं, लेकिन वे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।
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क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। जैसे ही दुर्घटना की खबर फैली, ग्रामीण वहां पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। बताया जा रहा है कि कार इतनी गहरी खाई में गिरी थी कि लोगों को घायलों तक पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। ग्रामीणों ने प्रशासन और एंबुलेंस की मदद से बड़ी मुश्किल से घायलों को सड़क तक पहुंचाया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, जबकि आगे की कार्रवाई की जा रही है।
चालक का बयान और वाहन की स्थिति
कार चालक लाखन सिंह बिष्ट ने बताया कि उन्होंने वाहन पर नियंत्रण पाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन स्टीयरिंग लॉक होने और ब्रेक फेल हो जाने के कारण संतुलन बिगड़ गया। वाहन की गति अधिक नहीं थी, लेकिन गहरी खाई होने के कारण यह हादसा गंभीर हो गया। हादसे के बाद वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
सुरक्षा और यातायात व्यवस्था पर सवाल
इस दुर्घटना ने एक बार फिर पहाड़ी मार्गों की खतरनाक स्थिति और वाहनों की तकनीकी खामियों को उजागर किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रामीण व पहाड़ी सड़कों पर वाहनों को नियमित रूप से फिटनेस जांच से गुजरना चाहिए। स्टीयरिंग लॉक या ब्रेक फेल जैसी घटनाएं अक्सर पुराने वाहनों या ठीक से सर्विस न होने के कारण सामने आती हैं।
स्थानीय लोग आरोप लगा रहे हैं कि प्रशासन और परिवहन विभाग को नियमित रूप से वाहनों की जांच करनी चाहिए ताकि इस तरह की त्रासदियों को रोका जा सके। वहीं, सड़क की जर्जर हालत और तीखे मोड़ों के कारण भी दुर्घटनाओं का खतरा कई गुना बढ़ जाता है, 85 वर्षीय कुशल सिंह रौतेला की अप्रत्याशित मौत से क्षेत्र में शोक की लहर है। लोग घटना को बेहद दर्दनाक और हृदय विदारक बता रहे हैं। मृतक के परिजनों के लिए यह गहरा आघात है। वहीं घायल अनुराधा बिष्ट की स्थिति को लेकर ग्रामीण चिंतित हैं।