चौखुटिया: अल्मोड़ा जनपद के चौखुटिया क्षेत्र में फिल्मांकन और सांस्कृतिक गतिविधियों को नया आयाम देने वाला एक खास अवसर आज देखने को मिला। चौखुटिया पुल के खूबसूरत नज़ारे और यहाँ के प्राकृतिक परिवेश को बीच बनाए गए एक पहाड़ी गीत की शूटिंग संपन्न हो चुकी है। इस गीत में बतौर हीरोइन श्वेता मेहरा, हीरो राकेश जोशी, गीतकार इंदर आर्या, और कैमरा की कमान संभालने वाले वजीर, जबकि प्रोड्यूसर की भूमिका में महाकालेश्वर निवासी पंकज रावत नज़र आए। यह पूरी शूटिंग आरएस राइविग यूट्यूब चैनल के माध्यम से लोगों तक पहुँचने वाली है।
चौखुटिया को केंद्र में रखने का उद्देश्य
गीतकार और प्रोड्यूसर पंकज रावत का कहना है कि इस शूटिंग का प्रमुख उद्देश्य चौखुटिया को एक नई पहचान दिलाना है। आए दिन यहाँ से गुजरने वाले लोग इस पुल की खूबसूरती और आसपास की हरियाली की तारीफ करते हैं। लेकिन सांस्कृतिक व फिल्मी मंच पर चौखुटिया अब तक उतना हाईलाइट नहीं हो पाया था। इसी कमी को पूरा करने के लिए उन्होंने अपने म्यूजिक वीडियो के लिए इस स्थान को चुना। पंकज रावत बताते हैं कि यह गीत सिर्फ मनोरंजन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यहाँ की प्राकृतिक धरोहर और पर्यटन संभावनाओं को भी सामने लाने में मदद करेगा।
कलाकारों का उमंग और योगदान
गीत में मुख्य भूमिका निभाने वाली हीरोइन श्वेता मेहरा का कहना है कि चौखुटिया जैसे छोटे कस्बे में शूटिंग करना उनके लिए नया अनुभव रहा। यहाँ की लोकसंस्कृति, सादगी और लोगों का सहयोग उल्लेखनीय है। वहीं हीरो राकेश जोशी ने कहा कि चौखुटिया पुल पर शूटिंग के दौरान उन्हें स्थानीय लोगों का बेहद प्यार और उत्साह मिला। कैमरा मैन वजीर ने बताया कि चौखुटिया का हर फ्रेम कैमरे में कैद करने लायक है। साफ आसमान, नदी का सौंदर्य और हरे-भरे जंगल इस लोकेशन को खास बनाते हैं। गीतकार इंदर आर्या का कहना है कि उन्होंने गीत की रचना करते समय पहाड़ की आत्मा और लोक संगीत की गहराई को सामने रखने का प्रयास किया है। उनका मानना है कि युवाओं को अपने लोकगीतों और संस्कृति से जोड़ना समय की मांग है। यही वजह है कि यह गीत आधुनिक संगीत और पारंपरिक धुनों का संगम प्रस्तुत करेगा।
पर्यटन और सांस्कृतिक मंच पर चौखुटिया
चौखुटिया अल्मोड़ा जिले का एक महत्वपूर्ण कस्बा है, जिसके आसपास कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल मौजूद हैं। यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य न केवल स्थानीय लोगों का मन मोह लेता है, बल्कि बाहरी पर्यटकों को भी आकर्षित करता है। ऐसे में यदि स्थानीय स्तर पर शूटिंग और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की गतिविधियाँ बढ़ेंगी, तो इससे पूरे क्षेत्र के पर्यटन को लाभ मिल सकता है। पंकज रावत बताते हैं कि फिल्मी पर्दे और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से यदि चौखुटिया बार-बार दर्शकों के सामने प्रस्तुत होगा तो यहाँ आने वाले पर्यटकों की संख्या स्वत: बढ़ेगी। इससे स्थानीय व्यापार, होटल, परिवहन सेवा और हस्तशिल्प उत्पादों को भी सीधा लाभ मिलेगा।
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डिजिटल प्लेटफॉर्म की भूमिका
आज के समय में यूट्यूब और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स कलाकारों और प्रोड्यूसर्स के लिए सबसे बड़ा मंच बनकर सामने आए हैं। आरएस राइविग चैनल के माध्यम से जब यह गीत दर्शकों तक पहुँचेगा, तो न केवल स्थानीय बल्कि देश-विदेश में रहने वाले पहाड़ी लोग भी अपनी जड़ों से जुड़ पाएंगे। पंकज रावत का कहना है कि वे उम्मीद करते हैं यह गीत लाखों दर्शकों के दिलों तक पहुँचेगा और चौखुटिया को एक नई पहचान दिलाएगा।
स्थानीय युवाओं को प्रेरणा
इस तरह की सांस्कृतिक गतिविधियाँ क्षेत्र के युवाओं को भी प्रेरणा देती हैं। पहाड़ों के कई युवा अभिनय, गायन और वीडियोग्राफी के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, लेकिन मंच और अवसर के अभाव में उनकी प्रतिभा सामने नहीं आ पाती। पंकज रावत जैसे प्रोड्यूसर्स और कलाकार जब छोटे कस्बों को अपनी कला के केंद्र में लाते हैं, तो इससे स्थानीय युवाओं को भी अपनी प्रतिभा को निखारने का मौका मिलता है।