देहरादून। 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के लिए गर्व का पल आया, जब राज्य के युवा खिलाड़ी उत्कृष्ट द्विवेदी ने लॉन बॉल के अंडर-25 पुरुष वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने तीन बार के राष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता असम के बिट्टू दास को मात देकर यह बड़ी उपलब्धि हासिल की। यह उत्तराखंड के खेल इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जैसा है।
पहली बार में ही स्वर्ण पदक
उत्तराखंड ने इस साल पहली बार राष्ट्रीय खेलों की लॉन बॉल स्पर्धा में भाग लिया था। अपनी पहली ही भागीदारी में स्वर्ण पदक जीतकर उत्तराखंड ने अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। यह न केवल राज्य के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणादायक क्षण है।
जीत के बाद उत्कृष्ट का बयान
जीत के बाद उत्साहित उत्कृष्ट द्विवेदी ने कहा, “मैच काफी चुनौतीपूर्ण था, लेकिन तीन बार के गोल्ड मेडलिस्ट को हराकर स्वर्ण पदक जीतना मेरे लिए एक अविस्मरणीय पल है।” उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच, फेडरेशन के सचिव-जनरल और अध्यक्ष को दिया। साथ ही उन्होंने उत्तराखंड की खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्या का विशेष धन्यवाद किया, जिन्होंने खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर उनके प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद की।
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उत्तराखंड में लॉन बॉल का बढ़ेगा प्रोत्साहन
इस ऐतिहासिक जीत से उत्तराखंड में लॉन बॉल खेल को नया प्रोत्साहन मिलेगा। राज्य के खिलाड़ियों के लिए यह एक प्रेरणा बनकर उभरेगा और आने वाले वर्षों में उत्तराखंड के खिलाड़ी इस खेल में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रेरित होंगे।
खेल मंत्री की भूमिका
खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि राज्य सरकार खिलाड़ियों के प्रशिक्षण और सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रशिक्षण शिविर और संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में किए गए प्रयासों का यह परिणाम है।
राज्य के लिए ऐतिहासिक क्षण
यह जीत उत्तराखंड के खेल इतिहास में मील का पत्थर साबित होगी। लॉन बॉल जैसे खेल में उत्तराखंड की यह शुरुआत न केवल राज्य की खेल संस्कृति को समृद्ध करेगी, बल्कि अन्य युवाओं को भी इस खेल में करियर बनाने के लिए प्रेरित करेगी।
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उत्कृष्ट द्विवेदी की इस सफलता ने साबित कर दिया है कि अगर मेहनत और समर्पण हो, तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं। उत्तराखंड की इस ऐतिहासिक जीत ने पूरे राज्य को गर्व से भर दिया है।