प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें 10 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 19 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा शुक्रवार देर रात लगभग दो बजे प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे पर हुआ। हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू किया।
हादसे का कारण और स्थिति
प्रारंभिक जांच के अनुसार, हादसा चालक को झपकी आने की वजह से हुआ। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से श्रद्धालुओं को लेकर आ रही एक बोलेरो मेजा थाना क्षेत्र के मनु के पूरा गांव के सामने अचानक अनियंत्रित होकर सामने से आ रही बस से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बोलेरो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, जिसमें सवार सभी 10 श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बोलेरो में फंसे शवों को निकालने के लिए जेसीबी मशीन का सहारा लेना पड़ा।
मृतकों की पहचान
हादसे में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं की पहचान छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के निवासियों के रूप में हुई है। मृतकों के नाम इस प्रकार हैं:
- ईश्वरी प्रसाद जायसवाल
- संतोष सोनी
- भागीरथी जायसवाल
- सोमनाथ
- अजय बंजारे
- सौरभ कुमार सोनी
- गंगा दास वर्मा
- शिवा राजपूत
- दीपक वर्मा
- राजू साहू
घायलों की स्थिति
हादसे में बस में सवार 19 श्रद्धालु भी गंभीर रूप से घायल हो गए। ये श्रद्धालु मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के निवासी थे और संगम स्नान के बाद वाराणसी जा रहे थे। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए सीएचसी रामनगर में भर्ती कराया गया है। प्रशासन ने घायलों को जल्द से जल्द उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। शवों को जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया है और घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
यह भी पढ़े : ऐपण लोककला को एक नया आयाम दे रही हैं अल्मोड़ा की प्रियंका भंडारी, दे रही है स्वरोजगार को बढ़ावा।
घटनास्थल पर पहुंचे वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में चालक को झपकी आने को हादसे की वजह बताया गया है, लेकिन पुलिस अन्य संभावित कारणों की भी जांच कर रही है। हाईवे पर स्पीड लिमिट के उल्लंघन और सड़क सुरक्षा उपायों की कमी जैसे बिंदुओं पर भी विचार किया जा रहा है।
जिलाधिकारी का बयान
जिलाधिकारी ने इस दुर्घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा कि हादसे के कारणों की गहन जांच की जाएगी। उन्होंने मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
राज्य सरकार ने हादसे को गंभीरता से लेते हुए मुआवजे की घोषणा की है। मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी, और घायलों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी।
सड़क सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताएँ
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा रहा है। हाईवे पर तेज रफ्तार और अनियंत्रित वाहन दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहे हैं। प्रशासन को सड़क सुरक्षा नियमों को और अधिक सख्ती से लागू करने की जरूरत है ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके। जागरूकता अभियानों, स्पीड मॉनिटरिंग सिस्टम और थकान की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ड्राइवरों की नियमित जांच आवश्यक है।
यह भी पढ़े : Supreme Court Of India SCI जूनियर कोर्ट असिस्टेंट JCA भर्ती 241 पदो पर निकली भर्ती
इस दर्दनाक घटना ने श्रद्धालुओं के परिवारों में गहरा शोक उत्पन्न कर दिया है। सरकार और प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि वे पीड़ितों को न्याय दिलाने और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएँ।