देहरादूनः उत्तराखंड के मशहूर प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद उर्फ घन्ना भाई का निधन हो गया है। उन्होंने देहरादून के श्री महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। बीते दिन तबीयत खराब होने पर उन्हें श्री महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। वह पिछले चार-पांच दिनों से वेंटिलेटर पर थे। डॉक्टर क्रिटिकल केयर यूनिट में उनकी निगरानी कर रहे थे। वहीं उनके निधन की खबर से प्रशंसकों और परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई है।
उनके निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी, अनिल बिष्ट, मीना राणा सहित फिल्म जगह से जुड़े लोगों ने शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद ‘घन्ना भाई’ जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर, दिवंगत आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करें।
अस्पताल के पीआरओ भूपेन्द्र रतूड़ी ने उनके निधन की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक कलाकार घनानंद का कुछ देर पूर्व हृदय गति रुकने से निधन हो गया। उन्होंने बताया कि अस्पताल के डॉक्टरों की तरफ से उन्हें सीपीआर देने की कोशिश की गई, लेकिन वो रिवाइव नहीं कर पाए।
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प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद उर्फ घन्ना भाई का दो माह पूर्व इंद्रेश हॉस्पिटल में उनका प्रोस्टेट का ऑपरेशन हुआ था। वहीं घनानंद को यूरिन में ब्लड आने के कारण हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। जांच में पता चला कि घनानंद की प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ी हुई था जिसके बाद उनका 5 नवंबर 2024 को ऑपरेशन कराया गया।
आपको बता दें कि घनानंद उर्फ घन्ना भाई ने कई गढ़वाली फिल्म और म्यूजिक एलबम में काम किया है। गगवाड़स्यूं पट्टी के गगवाड़ा गांव में 4 अगस्त 1953 को जन्मे घनानंद घन्ना उत्तराखंड के जाने-माने हास्य कलाकार थे। उनकी शिक्षा-दीक्षा कैंट बोर्ड लैंसडाउन जिला पौड़ी से हुई,घन्ना भाई ने अपनी कलाकारी का सफर 1970 में रामलीलाओं में नाटकों से किया। 1974 में घनानंद ने रेडियो और फिर बाद में दूरदर्शन पर कार्यक्रम दिए। उन्होंने कई फिल्मों में भी काम किया है। जिनमें घरजवें,चक्रचाल,बेटी-ब्वारी,जीतू बगडवाल,सतमंगल्या,ब्वारी हो त यनि प्रमुख है। इसके साथ ही उन्होंने कई हास्य नाटकों में दमदार अभिनय किया। जिनमें घन्ना भाई एमबीबीएस,घन्ना गिरगिट और यमराज एवं पोल्या बणी बोल्या प्रमुख है।
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