अल्मोड़ा: अल्मोड़ा सड़क हादसे में एक बीते 4 साल की नवविवाहित दंपति तथा उसके पति को यह नहीं पता था कि यह हमारे जिंदगी का आखिरी सफर होगा। आपको बता दें कि इस सड़क हादसे में सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रवीण सिंह पुत्र भूपाल सिंह और उनकी पत्नी सोनी को नहीं पता था कि जिस बस में वे सफर कर रहे हैं यह उनके जीवन का अंतिम सफर होगा। दोनों ने एक साथ-साथ जीने के जो सपने संजोए थे वे मरचूला के नजदीक कूपी बैंड के पास गहरी खाई में गिरकर गधेरे में बिखर गए। उनके सपने सपने ही रहे गए। प्रवीण सिंह पुत्र भूपाल सिंह और उनकी पत्नी सोनी का विवाह कोविड काल में हुआ था दोनों की जिंदगी बहुत हंसी-खुशी चल रही थी। प्रवीण के दोस्त हिमांशु ने बताया कि सोनी और प्रवीण दिवाली का त्यौहार मनाने अपने मूलगांव दिगोली आए थे। दिवाली के बाद वे किनाथ से रामनगर जा रही बस से देहरादून लौट रहे थे।
प्रवीण के दोस्त हिमांशु ने बताया कि प्रवीण सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और उनकी पत्नी सोनी ने फार्मासिस्ट का कोर्स किया था। कुछ समय पहले ही वे दिल्ली शिफ्ट हुए थे और किसी काम से देहरादून जा रहे थे। उसके बाद उन्हें दिल्ली जाना था। हिमांशु को अपने दोस्त और उनकी पत्नी की मौत का गहरा सदमा लगा है। दिवाली का त्यौहार मनाने के बाद दोनों को सोमवार सुबह ग्रामीणों ने आशीर्वाद देकर हंसी-खुशी विदा किया था लेकिन उन्हें नहीं पता था कि मौत दोनों का कूपी बैंड के पास इंतजार कर रही है। कूपी बैंड के पास बस की कमानी का पट्टा तेज आवाज के साथ टूटने के साथ ही बस अनियंत्रित होकर खाई में गई। इस हादसे में सोनी और प्रवीण समेत 36 यात्रियों की जान गई है।
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