नई दिल्ली: भारत की शूटिंग स्टार मनु भाकर भारतीयों की उम्मीदों पर खरा उतरी हैं. उन्होंने देश को पहला मेडल दिलाने में सफलता हासिल कर ली है. मनु भाकर ने ब्रॉन्ज मेडल पर निशाना लगाया और भारत की झोली में पहला मेडल लाकर रख दिया. मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ये मेडल जीता है। आपको बता दे कि मनु भाकर जब 14 साल की थीं, तभी उन्होंने निशानेबाजी में अपना करियर बनाने का फैसला कर लिया था. तब अभी-अभी 2016 में रियो ओलंपिक खत्म ही हुआ था. उन्होंने जब अपने पिता राम किशन भाकर से शूटिंग की प्रैक्टिस के लिए पिस्टल लाने को कहा तो उनके पिता ने भी उनके फैसला का सम्मान किया और उन्हें पिस्टल लाकर दे दी. उनकी उसी फैसले ने आज मनु भाकर को ओलंपियन बना दिया।
यह भी पड़े:बम-बम के नारों से गूंजी धर्मनगरी, 6 दिन में पहुंचे 27 लाख कांवड़िए
मनु भाकर का जन्म हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव में हुआ था. उनके पिता राम किशन भाकर मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर के पद पर हैं. 14 साल की उम्र तक भाकर ने मणिपुरी मार्शल आर्ट जैसे अन्य खेलों के साथ-साथ मुक्केबाजी, टेनिस और स्केटिंग में भी कमाल का प्रदर्शन किया और इन इवेंट्स में नेशनल गेम्स में मेडल जीते।
कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में भी दिखा चुकी हैं कमाल
मनु ने साल 2018 कॉमनवेलथ गेम्स में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था. वह भी महज 16 साल की उम्र में. वही, उन्होंने 2022 एशियन गेम्स में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल इवेंट में ईशा सिंह और रिदम सांगवान के साथ भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता था।
यह भी पड़े:बारिश कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए बनी काल, डूबने से 3 की मौत।