Panchayat Season 4: मज़ेदार नहीं रहा पंचायत का ये सीज़न, फिनाले को बताया गया अब तक का सबसे खराब अंत
‘पंचायत’(Panchayat) वेब सीरीज़ का चौथा सीज़न 24 जून 2025 को Amazon Prime Video पर रिलीज़ हुआ, लेकिन इस बार दर्शकों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका। चौथे सीज़न को रिलीज़ के बाद मिक्स प्रतिक्रियाएं मिली हैं, ।
जीतेन्द्र कुमार और नीना गुप्ता अभिनीत इस सीज़न को जहां कुछ लोगों ने इस शो की पुरानी यादें और फ़ील को सराहा, वहीं अधिकतर दर्शकों को लगा कि चुनावी ड्रामा के चक्कर में सीरीज़ की मासूमियत और कॉमेडी गायब हो गई है।
गांव की चुनावी राजनीति के इर्द-गिर्द घूमती कहानी ने लोगों को ज़्यादा आकर्षित नहीं किया। दर्शकों का मानना है कि शो की असली खूबी – हल्की-फुल्की कॉमेडी और रिश्तों की सहजता – इस बार कहीं खो गई।
इतना ही नहीं, पंचायत सीज़न 4 का फिनाले, जिसका शीर्षक ‘डबडबा’ है, अब तक के सभी सीज़नों के मुकाबले सबसे कमजोर अंत माना जा रहा है। इसे IMDb पर सिर्फ 8.4 रेटिंग मिली है, जो पिछले सीज़न के फिनाले की तुलना में सबसे कम है।
IMDB रेटिंग्स: सबसे कम रेटिंग वाला बना Season 4 का फिनाले
- Season 1 का फिनाले एपिसोड “Jab Jaago Tabhi Savera” को मिली थी 8.8 की रेटिंग।
- Season 2 का अंत “Parivaar” दर्शकों को खूब पसंद आया और इसे मिली 9.6 की रेटिंग।
- Season 3 के फिनाले “Hamla” को मिला 9.0 का स्कोर।
- Season 4 के अंतिम एपिसोड “Dabdaba” को अब तक की सबसे कम रेटिंग 8.4 मिली है।
इससे साफ है कि दर्शकों को इस बार का अंत खास पसंद नहीं आया।
सोशल मीडिया पर फूटा दर्शकों का गुस्सा
X (पूर्व में ट्विटर) पर कई यूज़र्स ने अपनी नाराज़गी खुलकर जाहिर की।
- एक यूज़र ने लिखा कि उन्होंने पंचायत सीज़न 4 देखा लेकिन यह बेहद निराशाजनक रहा। शो की गति बहुत धीमी थी और कुछ हिस्से तो पूरी तरह बोरिंग लगे। उन्हें सबसे ज़्यादा शिकायत इस बात से थी कि इस बार शो की पहचान रही कॉमेडी ही नदारद थी।
- एक अन्य यूज़र ने कहा कि सीज़न का अंत ही पूरी सीरीज़ की वैल्यू गिरा गया, हालांकि उन्होंने यह भी माना कि शायद इसे अगले सीज़न के लिए एक सेटअप की तरह रखा गया है।
- कुछ दर्शकों ने शिकायत की कि इस बार शो में बहुत ज़्यादा राजनीति भर दी गई है और वह पुराना इमोशनल कनेक्शन कहीं खो गया है, जिससे शो खास बनता था।
- एक यूज़र ने इसे इस तरह बयान किया मानो उन्हें जबरदस्ती किसी ऐसी शादी में बिठा दिया गया हो जहां जाने की उनकी कोई इच्छा नहीं थी। कई अन्य दर्शकों ने इसे ‘पंचायत’ की अब तक की सबसे खराब एंडिंग करार दिया और अपनी गहरी निराशा जाहिर की।
क्या है Panchayat Season 4 की कहानी?
सीज़न 4 की कहानी फुलेरा गांव के पंचायत चुनावों के इर्द-गिर्द बुनी गई है। इस बार भी जितेन्द्र कुमार सचिव जी के किरदार में नजर आ रहे हैं। उनके साथ नीना गुप्ता, रघुबीर यादव, फैसल मलिक, चंदन रॉय, दुर्गेश कुमार, सुनीता राजवार और पंकज झा जैसे दमदार कलाकारों की वापसी हुई है। हालांकि इस सीज़न में राजनीति, तनाव और साज़िशों की भरमार देखने को मिलती है, लेकिन पहले के सीज़नों की तरह शो की वह सादगी और मासूमियत कहीं खोती हुई नजर आती है
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रिलीज के कुछ घंटे बाद ही लीक हो गया पूरा सीज़न
रिलीज़ के चंद घंटों बाद ही Panchayat Season 4 के सभी 8 एपिसोड्स पायरेसी का शिकार हो गए और कई अनऑथराइज़्ड प्लेटफॉर्म्स पर लीक हो गए।
क्रिटिक्स की राय: अब फार्मूला ज़्यादा, सादगी कम
क्रिटिक्स के अनुसार:
“पंचायत के चौथे सीज़न में पहली बार वो फ़ॉर्मूला नज़र आया है जो बाकी वेब सीरीज़ में देखा जाता है। अब यह सीरीज़ उतनी सहज और दिल से जुड़ी हुई नहीं लगती। राजनीति की अधिकता ने इंसानी भावनाओं की मासूमियत को पीछे छोड़ दिया है।”
निष्कर्ष:
Panchayat Season 4 से उम्मीदें काफी थीं लेकिन कहानी में ज़्यादा पॉलिटिक्स और कम कॉमेडी की वजह से दर्शक कनेक्ट नहीं कर पाए। अब फैंस को Season 5 से बेहतर राइटिंग और वही पुराना “फुलेरा वाला मज़ा” लौटाने की उम्मीद है।