Home लोकल न्यूज़ रुड़की में युवक के साथ अमानवीय व्यवहार, वीडियो हुआ वायरल

रुड़की में युवक के साथ अमानवीय व्यवहार, वीडियो हुआ वायरल

0
रुड़की में युवक के साथ अमानवीय व्यवहार, वीडियो हुआ वायरल

रुड़की: उत्तराखंड के रुड़की में एक युवक के साथ शर्मनाक और अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें कुछ लोग एक युवक के बाल काटकर उसे गलियों में घुमाते और जूते-चप्पलों से पीटते नजर आ रहे हैं। इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है।

क्या है मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एक युवती अपनी मां के साथ कहीं जा रही थी, तभी एक युवक ने उससे छेड़छाड़ कर दी। इस घटना की जानकारी जब युवती के परिजनों और परिचितों को मिली तो उन्होंने युवक को पकड़कर उसकी जमकर पिटाई कर दी। इतना ही नहीं, उन्होंने युवक के सिर के एक साइड के बाल काट दिए और फिर उसे गलियों में घुमाया। इस दौरान युवक की जूते-चप्पलों से पिटाई भी की गई।

परिजनों ने दी पुलिस को तहरीर
इस घटना के बाद पीड़ित युवक के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के गांव गाधारोना निवासी एक ग्रामीण ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि उसका भतीजा किसी काम से लंढौरा गया था। जब वह चांदनी चौक पर पहुंचा तो कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया और मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद उसके सिर के एक तरफ के बाल काट दिए और उसे पूरे लंढौरा में घुमाया गया। पीड़ित युवक को जान से मारने की धमकी भी दी गई।

पुलिस ने दर्ज किया मामला
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आ गई। कोतवाली प्रभारी शांति कुमार गंगवार ने बताया कि तहरीर के आधार पर नौ आरोपियों – आसिफ, सुहेल, शाहरुख, शमीम, सत्तार, राजू, अफजाल, तमरेज और शौकीन, सभी निवासी लंढौरा, के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सोशल मीडिया पर घटना की निंदा
इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद आम लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। लोग सोशल मीडिया पर इस तरह की घटनाओं को रोकने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं समाज में कानून व्यवस्था को चुनौती देती हैं और इसके खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

यह भी पढ़े : धामी सरकार की कैबिनेट बैठक शुरू, इन प्रस्तावों में लगेगी मोहर, भू-कानून, बजट और नौकरियों समेत कई मुद्दों पर चर्चा।

स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश का माहौल है। लोगों का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। यह कृत्य कानून और मानवता के खिलाफ है। स्थानीय प्रशासन से लोगों ने मांग की है कि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।

पुलिस की अपील और आश्वासन
पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे कानून को अपने हाथ में न लें और किसी भी घटना की शिकायत तुरंत पुलिस को दें। कोतवाली प्रभारी शांति कुमार गंगवार ने कहा कि इस मामले में न्याय दिलाने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को सजा दिलाने के लिए सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा।

घटना पर विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं समाज में हिंसा को बढ़ावा देती हैं। अपराध के लिए कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए और किसी को भी स्वयं न्याय करने का अधिकार नहीं है। समाजशास्त्रियों का मानना है कि ऐसी घटनाएं समाज में असहिष्णुता और अविश्वास को जन्म देती हैं, जिससे सामाजिक ताने-बाने पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

रुड़की की यह घटना समाज में बढ़ती हिंसा और कानून को हाथ में लेने की प्रवृत्ति की एक भयावह तस्वीर प्रस्तुत करती है। यह आवश्यक है कि समाज में कानून का सम्मान किया जाए और अपराध की स्थिति में उचित कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाए। इस घटना ने एक बार फिर यह प्रश्न खड़ा किया है कि क्या समाज में लोग न्याय प्रणाली पर भरोसा खो रहे हैं, या फिर उन्हें जागरूक करने की जरूरत है? पुलिस और प्रशासन को इस तरह की घटनाओं पर कड़ी नजर रखनी होगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

यह भी पढ़े : ऐपण लोककला को एक नया आयाम दे रही हैं अल्मोड़ा की प्रियंका भंडारी, दे रही है स्वरोजगार को बढ़ावा।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version