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भीमताल सड़क दुर्घटना: घूमने के प्लान ने बचाई 10 छात्राओं की जिंदगी, देवदूत बनकर पहुंचे भीमताल के लोग, पड़े पूरी खबर।

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भीमताल सड़क दुर्घटना: पुलिस की जांच में हुआ यह बड़ा खुलासा, हादसे की वजह आई सामने।

भीमताल: बीते दिन हुए बस हादसे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बस हादसे के बाद स्थानीय लोगों की ओर से चलाए गए रेस्क्यू अभियान और पुलिस-प्रशासन को दिए सहयोग की सराहना की है। सीएम धामी ने एक्स (ट्विटर) पर ट्वीट किया कि भीमताल में हुई सड़क दुर्घटना के मुश्किल समय में पुलिस और एसडीआरएफ की मदद के लिए स्थानीय नागरिकों का साथ आना यह दर्शाता है कि मुसीबत के समय में प्रदेश के लोग एक-दूसरे की मदद करने के लिए हमेशा तैयार हैं। सीएम ने लिखा है कि आप सभी स्थानीय लोगों का हृदय से आभार। आप सभी की सहायता से समय पर सभी काे रेस्क्यू किया जा सका।

आपको बता दे कि कल 25 दिसंबर को आमडाली के पास रोडवेज बस गहरी खाई में जा गिरी, जिसके बाद घायलों के लिए भीमताल के लोग देवदूत बनकर पहुंचे। उन्हें गहरी खाई से निकालने में अपनी सारी तिकड़म लगाईं। रस्सी छोटी पड़ी तो एक-दूसरे का हाथ थाम चेन बनाते हुए घायलों को सड़क तक ले गए।

बस अपना नियंत्रण खोकर 150 फुट गहरी खाई में गिर गई। जिसके बाद बस में सवार सभी लोगों में चीखपुकार मच गई। बस के गिरते ही स्थानीय लोग और बाद में भीमताल पुलिस वहां पहुंच गई। स्ट्रेचर नहीं मिल पाने से घायल एक घंटे तक खाई में ही पड़े रहे। तब लोगों ने रस्सी का इंतजाम किया, मगर खाई गहरी होने के कारण वह भी छोटी पड़ गई। ऐसे में मफलर और शॉल भी बांधी, मगर मंजिल तक पहुंचना तब भी संभव नहीं हो पाया। तब स्थानीय लोगों ने घायलों को बचाने के लिए आपस में ही हाथ पकड़कर एक चेन बनाते हुए उन्हें खाई से बाहर निकाला। इस दौरान इनमें से कुछ मददगार खुद भी गिरकर चोटिल हुए, वे लुढ़कते रहे, मगर उन्हें चिंता थी सामने पड़े जख्मी और चीखते-चिल्लाते लोगों को बचाने की। उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर बस में जख्मी लोगों को बाहर निकाला। तत्पश्चात भीमताल थानाध्यक्ष विमल मिश्रा ने भी अपनी टीम के साथ इस काम में एकजुटता दिखाई। दो घंटे के रेस्क्यू में कड़ी मशक्कत से घायलों को बाहर निकाला और भीमताल सीएचसी पहुंचाया।

घूमने के प्लान ने बचा ली 10 छात्राओं की जिंदगी

वही भीमताल के आमडाली में हुए हादसे में 10 छात्राओं को किस्मत ने बचा लिया। पिथौरागढ़ के नर्सिंग कॉलेज की ये छात्राएं बुधवार को छुट्टी के चलते अपने घर जाने के लिए हल्द्वानी का टिकट लेकर बस में बैठी थीं। फिर अचानक नैनीताल घूमने का प्लान बनने पर वे घटनास्थल से करीब छह किलोमीटर पहले खुटानी में उतर गईं। हादसे का शिकार हुई हल्द्वानी डिपो की बस यूके 07 पीए 2822 बुधवार सुबह पिथौरागढ़ से हल्द्वानी के लिए रवाना हुई थी। इसमें परिचालक गिरीश चंद्र दानी और चालक रमेश चंद्र पांडे थे।

डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती परिचालक गिरीश चंद्र दानी ने बताया कि इन छात्राओं के हल्द्वानी के बजाय खुटानी में उतरने का कारण उन्होंने पूछा। इस पर उन्होंने नैनीताल घूमने का अचानक प्लान बनने की बात कही। कहा, वे अब कल (बृहस्पतिवार) हल्द्वानी जाएंगी। इस तरह हादसे से पहले ही बस से उतरना उनके लिए किस्मत का साथ बन गया। अगर वे बस में बैठी रह जातीं तो चोट आना तय था।

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