नई दिल्ली: उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से द्वारका उत्तराखंडी उत्तरायणी समिति (DUUS) 12 जनवरी, रविवार को दिल्ली के द्वारका में उत्तरायणी महोत्सव का आयोजन कर रही है। यह महोत्सव द्वारका के सेक्टर-14 में आयोजित किया जाएगा और इसमें उत्तराखंड की कला, संगीत और लोक परंपराओं का शानदार प्रदर्शन देखने को मिलेगा।
DUUS के अध्यक्ष प्रेम सिंह रावत और सचिव जगदीश एस नेगी ने उत्तराखंड के सभी भाई-बहनों से इस महोत्सव में बढ़-चढ़कर भाग लेने और अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ने की अपील की है। महोत्सव में उत्तराखंड के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियां दी जाएंगी। इनमें माया उपाध्याय, दर्शन फर्सवान, सौरव मैठाणी, उषा भट्ट पांडे, नीरज बवारी, स्वाति पहाड़ी, भगवत मनराल, सुभाष पांडे और हरीश शर्मा जैसे लोकप्रिय नाम शामिल हैं।
उत्तराखंड में उत्तरायणी-मकरैणी पर्व हर साल बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन सूर्य के उत्तरायण होने के कारण इसे उत्तरायणी कहा जाता है, जबकि सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के कारण इसे मकरैणी भी कहते हैं। यह पर्व स्थानीय लोगों के लिए न केवल खगोलीय महत्व रखता है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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दिल्ली में रह रहे उत्तराखंड के अप्रवासी अपने लोकपर्व और सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने के उद्देश्य से उत्तरायणी महोत्सव का आयोजन करते हैं। यह आयोजन प्रवासी उत्तराखंडियों के लिए अपने सांस्कृतिक मूल्यों और परंपराओं से जुड़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है।
इस महोत्सव में उत्तराखंड की पारंपरिक लोकसंगीत और लोकनृत्य की झलकियां देखने को मिलेंगी। इसके अलावा, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रदर्शनियां भी आयोजित की जाएंगी, जो प्रदेश की समृद्ध विरासत को दर्शाएंगी।
DUUS की ओर से किए जा रहे इस प्रयास को उत्तराखंड के लोगों ने सराहा है। यह आयोजन न केवल प्रवासी उत्तराखंडियों को एक मंच पर लाने का काम करता है, बल्कि नई पीढ़ी को अपनी जड़ों और संस्कृति से परिचित कराने का भी एक सशक्त माध्यम है।
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सभी उत्तराखंडी भाई-बहनों को इस महोत्सव में भाग लेने और इसे सफल बनाने के लिए आमंत्रित किया गया है।