रानीखेत: प्रदेशभर में भारी बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। लगातार भारी बारिश के कारण कई जगहों पर लैंडस्लाइड हुआ है। जिसके चलते नुकसान उठाना पड़ा है। इससे जहां कई मार्ग बंद हैं। वहीं, मकानों, दुकानों और अन्य भवनों को भी नुकसान पहुंचा है। रानीखेत में राजकीय चिकित्सालय के निचले हिस्से में लैंडस्लाइड के कारण अस्पताल पर खतरा मंडरा रहा है।
जनपद अल्मोड़ा के रानीखेत में अस्पताल खाली कराने के निर्देश दिये हैं। साथ ही मरीजों को प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। संयुक्त मजिस्ट्रेट राहुल आनंद ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से अस्पताल को सील करा दिया गया है। अस्पताल में लोगों के आने-जाने और ओपीडी को पूरी तरह से बंद करा दिया गया है।
भूगर्भ वैज्ञानिकों ने भी भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया.चिकित्सा अधिकारियों तथा लोक निर्माण विभाग तथा भूगर्भ वैज्ञानिकों के साथ संयुक्त मजिस्ट्रेट ने बैठक की. बैठक के बाद संयुक्त मजिस्ट्रेट ने जानकारी देते हुए बताया कि आज से इमरजेंसी सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी. भूस्खलन के कारण खतरे की जद आ रहे चिकित्सालय के इस भवन में आवाजाही बंद कर दी जायेगी. ट्रामा सेंटर तथा कोविड वार्ड में मरीजों का उपचार किया जायेगा.भूस्लखन से प्रभावित भाग को प्रतिबंधित कर दिया जायेगा. सीएमएस संदीप दीक्षित ने बताया कि 18 सितंबर से ओपीडी आदि कार्य शुरू कर दिया जाएगा. वर्तमान में मरीजों को एमएन श्रीवास्तव अस्पताल कालिका शिफ्ट किया गया है. जहां राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सक व अन्य कर्मचारी मरीजों का उपचार कर रहे हैं. अस्पताल में चिकित्सा सेवा बहाल होने से मरीजों को राहत मिलेगी।