अल्मोडा: उत्तराखंड के जनपद अल्मोड़ा से एक बेहद ह्रदय विदारक घटना सामने आई है। यहां देघाट में बाजार आई एक महिला ने मंगलवार सुबह खुद जहर गटकने के बाद बच्चे को भी पिला दिया। महिला और बच्चे की हालत बिगड़ने पर आसपास के लोग दोनों को पीएचसी ले आए। जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया, लेकिन महिला की जान बच गई। पुलिस और प्रशासन की ओर से प्राथामिक पूछताछ के बाद महिला को हायर सेंटर रानीखेत रेफर किया गया है। देघाट के खलडुवा निवासी महेंद्र राम का विवाह तीन साल पूर्व 26 वर्षीय दिव्या के साथ हुआ था। दोनों का पिछले साल बच्चा निखिल भी हुआ जो 11 माह का हो गया था। इन तीनों के अलावा घर में महेंद्र की दादी रहती है।
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परिजनों के मुताबिक मंगलवार सुबह निखिल का स्वास्थ्य खराब होने पर उसे महेंद्र और दिव्या वैद्य के पास ले गए थे। लौटने के बाद महेंद्र बकरी चुंगाने चला गया, जबकि दिव्या बच्चे को लेकर बाजार आ गई। दिव्या ने बाजार से विषाक्त खरीदा और गटक लिया। इस दौरान दिव्या ने विषाक्त बच्चे को भी पिला दिया। कुछ ही देर में दोनों की हालत बिगड़ गई। बाजार आए अन्य लोगों ने डायल 112 से पुलिस को जानकारी देकर दोनों को पीएचसी देघाट में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। वहीं, दिव्या को बचा लिया गया। मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम ने दिव्या के प्राथमिक बयान दर्ज कर रानीखेत रेफर कर दिया। पुलिस को दिए बयान में दिव्या ने अपनी मर्जी से जहर गटकने की बात कही है, वहीं पति ने दिव्या पर बेवजह शक करने और मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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