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Wednesday, October 9, 2024

जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर पायलट बाबा का निधन।

देहरादून: देश के जाने माने आध्यात्मिक गुरु और पंच दशनम जूना अखाड़ा महामंडलेश्वर पायलट बाबा का 86 साल की उम्र में निधन हो गया है। मंगलवार को मुंबई के एक अस्पताल में उन्होंने अपने जीवन की आखिरी सांस ली। उनकी मौत से संत समाज में शोक की लहर है। उनका अंतिम संस्कार हरिद्वार में किया जाएगा। बता दें पायलट बाबा का असली नाम कपिल सिंह था। जो कि कभी भारतीय वायुसेना में विंग कमांडर थे, यही कारण है कि उन्हें पायलट बाबा का नाम दिया गया। जूना अखाड़े में तीन दिवसीय शोक घोषित किया गया है।

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पायलट बाबा के इंस्टाग्राम एकाउंट में लिखा गया कि-“ओम नमो नारायण, भारी मन से और अपने प्रिय गुरुदेव के प्रति गहरी श्रद्धा के साथ, दुनिया भर के सभी शिष्यों, भक्तों को यह सूचित किया जाता है कि हमारे पूज्य गुरुदेव महायोगी पायलट बाबाजी आगे बढ़ गए हैं और उन्होंने महासमाधि प्राप्त कर ली है। (उन्होंने आज अपना नश्वर शरीर छोड़ दिया)। यह हर किसी के लिए अपने घरों में शांत रहने, प्रार्थना करने का क्षण है। कृपया अराजकता और चिंता पैदा न करें। यह शांत रहने और उनके प्रति अपना आभार व्यक्त करने का क्षण है। आगे के निर्देशों के अनुसार सभी को सूचित किया जाएगा। नमो नारायण”

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कौन थे ये पायलट बाबा?

बिहार के सासाराम जिले में पायलट बाबा का जन्म हुआ था। इसके बाद उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में मास्टर डिग्री हासिल की। 1957 में वायुसेना शामिल हुए। उसके बाद 1962 के युध्द के दौरान वो दुर्घटना का शिकार हो गए। इसके बाद 1974 में कपिल सिंह ने विधिवत दीक्षा लेकर जूना अखाड़ा ज्वाइन कर लिया।

महाभारत काल के अश्वत्थामा से मिलने का कर चुके हैं दावा

पायलट बाबा ने कई दावे किए हैं। जिसमें उन्होंने यह भी कहा था कि हिंदू महाकाव्य महाभारत के महान योध्दा अश्वत्थामा से वो हिमालय में मिल चुके हैं। उन्होंने कई किताबें भी लिखी हैं। जानकारी के मुताबिक बाबा ने हिमालय में 16 साल तक तपस्या की और अपनी किताबों में वहां के अनुभवों को लिखा। इतना ही नहीं वेबसाइट के अनुसार इन दिनों में वो महावतार बाबाजी, अश्वत्थामा और कृपाचार्य जैसे प्राचीन व्यक्तियों के साथ बातचीत भी की।

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Manish Negi
Manish Negihttps://chaiprcharcha.in/
Manish Negi एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास राजनीति, अर्थव्यवस्था और सामाजिक मुद्दों जैसे विषयों पर अच्छा ज्ञान है। वे 2 से ज्यादा वर्षों से विभिन्न समाचार चैनलों और पत्रिकाओं के साथ काम कर रहे हैं। उनकी रूचि हमेशा से ही पत्रकारिता और उनके बारे में जानकारी रखने में रही है वे "चाय पर चर्चा" न्यूज़ पोर्टल में विभिन्न विषयों पर ताज़ा और विश्वसनीय समाचार प्रदान करते हैं"

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