नई दिल्ली: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार (15 फरवरी) की रात जो हादसा हुआ, वह किसी के भी दिल को झकझोर देगा. अनियंत्रित भीड़ में भगदड़ मचने के बाद 18 लोगों की कुचलने, दबने और दम घुटने से मौत हो गई है. इसी बीच एक ऐसी अमानवीय हरकत भी सामने आ रही है, जिसे जान आप भी हैरान हो जाएंगे। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर घटना का जायजा लिया और मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के स्वजनों के प्रति संवेदना जताई है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। घटना प्लेटफार्म नंबर 14/15 पर रात करीब साढ़े आठ बजे उस समय हुई, जब यहां प्रयागराज की ओर जाने वाली दो ट्रेनों का यात्री इंतजार कर रहे थे, लेकिन ये ट्रेनें नहीं पहुंचीं, जिससे प्लेटफार्म पर यात्रियों की भीड़ एकत्रित हो गई।
दरअसल, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जिस दौरान भगदड़ मच रही थी, उस समय जेब कतरे ब्लेड और चाकू का इस्तेमाल कर लोगों की जेब काट रहे थे. इसमें कई लोगों को ब्लेड और चाकू से चोट भी लगी है. उसकी वजह से भगदड़ और मच गई. वहीं, प्रत्यक्षदर्शियो के मुताबिक, घटना के बाद घायलों को सहायता मुहैया कराने में करीब 45 मिनट का वक्त लग गया।
प्लेटफॉर्म चेंज की अनाउंसमेंट के बाद भगदड़
स्टेशन पर मौजूद लोगों ने बताया कि यह घटना रात 8.00 बजे से 8.30 बजे के बीच हुई. रेलवे प्रशासन की ओर से एक ट्रेन के प्लेटफॉरम चेंज का अनाउंसमेंट किया गया. इसके चलते लोग एक प्लेटफॉर्म से दूसरे की ओर भागने लगे और भगदड़ मच गई। बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में लोगों के पास जनरल टिकट थे।
घटना से प्रभावित लोगों को मुआवजे का ऐलान
आपको बता दे कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ की घटना के प्रभावित लोगों को मुआवजे का ऐलान हो चुका है. मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये. गंभीर रूप से घायल लोगों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों को एक लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। लोगों ने यह भी दावा किया है कि बड़ी ही लापरवाही से जनरल के टिकट बेचे गए हैं. बेहिसाब टिकट बेचते हुए लोगों को यह कहा गया है कि ये टिकट ले लो और जहां जगह मिले बैठ जाना, चाहे एसी हो या स्लीपर।
भगदड़ की सूचना पर पुलिस और एंबुलेंस के साथ दमकल की चार गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं, लेकिन घायलों की संख्या इतनी अधिक थी कि एंबुलेंस नहीं मिल पा रही थीं। ऐसे में कुछ लोग ऑटो से भी अपने स्वजन को लेकर अस्पताल की ओर भागे। लोकनायक अस्पताल प्रशासन ने देर रात 10 महिलाओं सहित 15 लोगों की मौत की पुष्टि की है, जबकि तीन लोगों की मौत लेडी हार्डिंग मेडिकल कालेज के अस्पताल में हुई है। इन अस्पतालों में कई घायल भर्ती हैं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। मृतकों और घायलों के स्वजन अस्पतालों में बिलख रहे हैं।
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