उत्तर प्रदेश: बीते कई दिनों से उत्तर प्रदेश की सियासत चर्चा का विषय बनी हुई है। भाजपा नेता केशव मौर्या और भूपेंद्र चौधरी दोनों से ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अलग-अलग मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद माना जा रहा कि उत्तर प्रदेश के संगठन में भाजपा कई बदलाव कर सकती है। हालांकि, माना जा रहा है कि ये बदलाव आंशिक ही होंगे और विधानसभा उपचुनाव के बाद होंगे। आइए जानते हैं कि जेपी नड्डा के साथ यूपी के नेताओं की बैठक से क्या अपडेट्स सामने आए हैं।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद से हार के कारणों पर चर्चा हो रही है। इन्हीं चर्चाओं के बीच उत्तर प्रदेश में बड़े फेरबदल की बात की जा रही थी। लगातार उत्तर प्रदेश के बड़े नेता मुख्यमंत्री से लेकर प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री केंद्रीय नेतृत्व के संपर्क में थे। लेकिन बीते 12 घंटे के भीतर जिस तरीके से उत्तर प्रदेश की सियासत में हलचल मची है, उसे लेकर सबसे ज्यादा चर्चाएं हो रही हैं। हालांकि भाजपा सूत्रों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में शुरुआती दौर में जो बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं, उसमें मंत्रिमंडल का विस्तार महत्वपूर्ण है। जानकारी के मुताबिक केंद्रीय नेतृत्व के साथ हुई बैठक में उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के साथ-साथ संगठन में फेरबदल की बातचीत हुई है। सूत्रों की मानें तो मंत्रिमंडल में फेरबदल या बदलाव की जो भूमिका बनाई गई है, उसमें जातिगत समीकरणों और जहां पर पार्टी चुनाव हारी है उसका पूरा सियासी खाकर खींचा गया है।