देहरादून: उत्तराखंड की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए खुशखबरी है। राज्य सरकार जल्द ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन देने की योजना पर काम कर रही है। इस योजना के लागू होने से राज्य की करीब 40 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को लाभ मिल सकेगा। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि उन्होंने एक उच्च स्तरीय बैठक में इस योजना के प्रस्ताव को जल्द तैयार करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में अधिकारियों ने प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, नेशनल पेंशन स्कीम और अटल पेंशन योजना जैसी केंद्रीय योजनाओं के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का अंशदान मिलाकर इस योजना को लागू करने का प्रस्ताव रखा है। इनमें से किसी एक योजना का चयन कर कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाएगा।
यह भी पढ़े : कुंभ मेला 2025: जानें इसका महत्व, इतिहास और शाही स्नान की तिथियां
यदि यह योजना लागू होती है तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हर महीने तीन हजार रुपये तक पेंशन मिल सकती है। यह फैसला आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कल्याण के लिए एक बड़ा कदम होगा। मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य के ग्रामीण इलाकों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के 7038 पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। छह दिन में करीब 20 हजार महिलाओं ने आवेदन कर दिए हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 31 जनवरी है।
उत्तराखंड के अलावा कर्नाटक, केरल, त्रिपुरा जैसे कई अन्य राज्यों में भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए रिटायरमेंट के बाद पेंशन योजना का प्रावधान किया गया है।
उत्तराखंड सरकार का यह फैसला आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे न केवल आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का जीवन स्तर सुधरेगा बल्कि उन्हें आर्थिक सुरक्षा भी मिलेगी।
यह भी पढ़े : उत्तराखंड में जल्द होगी 6559 आंगनबाड़ी सहायिकाओं के रिक्त पदों पर नियुक्ति: रेखा आर्या